India News (इंडिया न्यूज), Military Coup In Pakistan : भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान में एक बार फिर से तख्तापलट होने की खबरें सामने आ रही हैं। इस बात को और ज्यादा बल तब मिल गया जब पाकिस्तान के वित्त मंत्री औरंगजेब ने भी सैन्य तख्तापलट की संभावना को लेकर बड़ा बयान दिया है। औरंगजेब ने कहा कि, पाकिस्तान में सैन्य तख्तापलट नहीं होता है तो ही पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति में सुधार हो सकता है।
ऐसे में माना जा रहा है कि कहीं न कहीं तख्तापलट की सुगबुगाहट है, वरना देश के वित्त मंत्री यूं ही यह बात नहीं कहते। फिलहाल इस बयान ने देश की राजनीति में हलचल मचा दी है। वैसे भी इस वक्त पाकिस्तान गंभीर संकट से झूझ रहा है। एक तरफ पूर्व पीएम इमरान खान जेल में हैं, तो वहीं आर्थिक संकट की वजह से मौजूदा शहबाज सरकार को लेकर आवाम में काफी आक्रोश है।
अगर पाकिस्तान में आने वाले समय में सैन्य तख्तापलट होता है तो फिर देश की कमान सीधे तौर पर पाकिस्तान के आर्मी चीफ लेफ्टिनेंट जनरल सैयद असीम मुनीर के हाथों में चली जाएगी। वैसे तो पहले भी कई बार पाकिस्तान में सैन्य तख्तापलट हो चुके हैं।
कौन हैं आसिफ मुनीर ?
पाकिस्तान की मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो लेफ्टिनेंट जनरल सैयद असीम मुनीर को सितंबर 2018 में 2 स्टार वाले जनरल के पद पर पदोन्नत किया गया था। उन्होंने ट्रेनिंग स्कूल प्रोग्राम मंगला में के जरिए सेवा में प्रवेश किया और फ्रंटियर फोर्स रेजिमेंट में नियुक्त किये गए। लेफ्टिनेंट जनरल मुनीर को 2017 की शुरुआत में सैन्य खुफिया महानिदेशक रह चुके हैं, और अगले साल अक्टूबर में इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस प्रमुख बनाया गया था। क्वार्टर मास्टर जनरल के रूप में सामान्य मुख्यालय में स्थानांतरित होने से पहले, उन्हें गुजरांवाला कोर कमांडर के रूप में तैनात किया गया था, जिस पद पर उन्होंने दो साल तक काम किया था।
पाकिस्तान में कितने बार हो चुका है सैन्य तख्तापलट?
जानकारी के लिए बता दें कि पाकिस्तान में अब तक 3 बार सैन्य तख्तापलट हो चुका है। सबसे पहले साल जनरल 1958 में अय्यूब खान ने सैन्य तख्तापलट किया था। फिर 4 जून 1977 को जिया उल हक ने देश के प्रधानमंत्री जुल्फीकार अली भुट्टो को पद से हटा दिया था। खुद सत्ता पर कब्जा कर लिया था। फिर जनरल परवेज मुशर्रफ ने 1999 में तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की निर्वाचित सरकार को तख्तापलट के जरिए हटाकर पाकिस्तान पर शासन किया। मुशर्रफ का शासन 2008 तक चला।