India News (इंडिया न्यूज़),Kushinagar News: रविवार को कुशीनगर में मदनी मस्जिद पर बुलडोजर चलाए जाने के बाद राजनीतिक विवाद शुरू हो गया है। विपक्षी नेताओं ने इस कार्रवाई को भाजपा सरकार की तानाशाही करार दिया है और सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि प्रशासन कुशीनगर में भी सांप्रदायिक तनाव बढ़ाना चाहता था।
रविवार को हाटा नगर में मस्जिद के हिस्से को गिराने के लिए 8 बुलडोजर और पोकलैंड मशीनें भेजी गईं। भारी पुलिस और पीएसी बल के बीच किसी ने विरोध नहीं किया। इस कार्रवाई के बाद विपक्षी नेताओं ने मस्जिद के ढहाए गए हिस्से को देखा और मुस्लिम पक्ष से बात की।
पूर्व मंत्री का बयान:
सपा के पूर्व मंत्री राधेश्याम सिंह ने आरोप लगाया कि जिला प्रशासन हाटा में सांप्रदायिक दंगा भड़काने की कोशिश कर रहा था, लेकिन स्थानीय लोगों ने संयम बरता। उन्होंने कहा कि मस्जिद की जमीन 29 डिसमिल बैनामा की है और एक मंजिल का नक्शा पहले ही निरस्त हो चुका है। प्रशासन का कहना है कि नक्शा पास नहीं है, जबकि हाईकोर्ट ने 8 फरवरी तक स्टे दिया था।
कांग्रेस नेता का बयान:
कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लालू ने कहा कि प्रशासन ने कोर्ट के आदेश के बिना कार्रवाई की। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार के पास इस बात का कोई ठोस जवाब नहीं है कि मस्जिद निर्माण के समय नगर पालिका ने सवाल क्यों नहीं उठाए। उन्होंने कहा कि अगर प्रशासन कानून का पालन करता तो यह विवाद नहीं बढ़ता।
सपा का विरोध:
सपा के जिला अध्यक्ष सुकरुल्लाह अंसारी ने इस कार्रवाई की कड़ी आलोचना की। उनका कहना है कि सरकारी बंजर जमीन पर धार्मिक स्थल बनाना सामान्य बात है और अगर इस आधार पर कार्रवाई की गई तो समाज में असंतोष बढ़ेगा। उन्होंने इसे सरकार की भेदभावपूर्ण और मुस्लिम विरोधी नीति करार दिया।
कुल मिलाकर इस कार्रवाई के बाद कुशीनगर में राजनीतिक माहौल गरमा गया है और विपक्षी नेताओं ने प्रशासन की कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं।
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