India News (इंडिया न्यूज), Bihar Politics: उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के हालिया बयानों पर पलटवार किया है। रविवार को जारी बयान में उपमुख्यमंत्री ने कहा कि जंगलराज के युवराज की सबसे बड़ी उपलब्धि यह है कि वे दो पूर्व मुख्यमंत्रियों के बेटे हैं। उपमुख्यमंत्री के रूप में जन्मे और सीधे शपथ लेने वाले तेजस्वी यादव राजनीतिक संघर्ष की यात्रा पर नहीं निकले हैं, लेकिन मुद्दाविहीन चर्चाओं में शामिल होने से पीछे नहीं हटते। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष को मेरी उपलब्धियों पर चर्चा करने के बजाय अपने माता-पिता की उपलब्धियों पर बात करनी चाहिए।
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जब तोहफे में जिम्मेदारी और सत्ता मिली तो वफादारी भी भूल गये
नेता प्रतिपक्ष को खुली चुनौती है कि वे कभी भी मेरी उपलब्धियों पर बहस करें। नेता प्रतिपक्ष को जनता को यह भी बताना चाहिए कि वे किन गुणों के आधार पर उपमुख्यमंत्री बने। पोलिंग एजेंट से लेकर उपमुख्यमंत्री तक के सफर में मैंने हमेशा अपनी सकारात्मक पहल से जनता, समाज और सरकार के साथ समन्वय स्थापित कर निस्वार्थ भाव से अपनी सभी जिम्मेदारियों को निभाया है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव न तो ठीक से खेल पाए और न ही पढ़ाई कर पाए। जब उन्हें उपहार में जिम्मेदारी और सत्ता मिली तो वे निष्ठा भूल गए। कांग्रेस और राजद जैसी पार्टियां लोकतंत्र में विश्वास नहीं रखती हैं। उन्हें अपने परिवार के सदस्यों की चिंता है, उन्हें जनता से कोई लेना-देना नहीं है।
तेजस्वी यादव ने बिहार सरकार पर लगाया था ये बड़ा आरोप
इससे पहले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पटना में प्रदर्शनकारी छात्रों पर लाठीचार्ज के मामले में नीतीश सरकार को तानाशाही सरकार बताया था। उन्होंने कहा था कि छात्रों पर लाठीचार्ज किया गया है और यह लाठीधारी सरकार है, अफसरशाही चरम पर है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने होश में नहीं हैं। उन्हें नहीं पता कि बिहार में क्या हो रहा है। सच तो यह है कि मुख्यमंत्री बिहार को चलाने में सक्षम नहीं हैं। छात्रों के भविष्य के साथ लगातार खिलवाड़ किया जा रहा है।