India News (इंडिया न्यूज) Maha Kumbh 2025:  महाकुम्भ में पहली बार श्रद्धालुओं के साथ साथ वन्य जीवों और वन वनस्पतियों के भी हितों का ध्यान रखा जा रहा है। इसके अंतर्गत पुराने वृक्षों और वन्य जीवों के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाए जाने की तैयारी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर 100 से अधिक वर्ष की आयु पूरी कर चुके वृक्षों के संरक्षण की योजना बनाई गई है। इसके अंतर्गत रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर पुरातन वृक्षों को संरक्षित किया जाएगा। इसके अलावा सीएम के निर्देश पर वन्य जीवों को उनके प्रवाह स्थल तक पहुंचाने के लिए वन विभाग ने एक स्पेशल प्लान बनाया है। दूसरी ओर श्रद्धालुओं की सुविधा के मद्देनजर रोड, पार्किंग स्थल, टेंट क्षेत्र आदि में लगे पुराने वृक्षों को अपग्रेड करने का भी काम किया जा रहा है, जिससे देश दुनिया से महाकुम्भनगर आने वाले लोग इन प्राणवायु के दाता का महात्म प्रत्यक्ष रूप से देख सकें।

इस तरह चलेगा अभियान
महाकुम्भनगर में बड़ी तादात में 100 से अधिक वर्ष के वृक्ष हैं। इनको संरक्षित करने के लिए पूरे प्रदेश में योगी सरकार विशेष ध्यान दे रही है।  प्रयागराज में  अपनी तैयारियां वन विभाग ने  शुरू कर दी हैं।   वहीं   घेरा बनाकर इन वृक्षों का  मजबूती दी जाएगी।  साथ ही उनके चारो तरफ मजबूत पक्की चौकी  की योजना बनाए है, इससे पेड़ मजबूती से टिका रहे।

श्रद्धालुओं से भी वन्य जीवों ..
पुराने वृक्षों संगम क्षेत्र में स्थित है उनकी  सुरक्षा पर  विशेष जोर वन विभाग का है।। इसके साथ ही पेड़ों के सौंदर्यीकरण का काम भी प्रमुखता से किया जा रहा है। वहीं, मेला क्षेत्र में वन्य जीवों की सुरक्षा और उनके रेस्क्यू का कार्य भी किया जा रहा है।  20 लाख रुपए का बजट इस परियोजना के लिए प्रस्तावित है।  वन्य जीवों से श्रद्धालुओं की भी सुरक्षा इसमें प्रदान करना तथा वन्य जीवों को उनके प्रवाह स्थल तक पहुंचाए जाने का कार्य प्रमुख हैं।

शुद्ध जल, शुद्ध वायु और पॉलिथीन मुक्त..

प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर इस बार महाकुम्भ में श्रद्धालुओं को शुद्ध जल, शुद्ध वायु और पॉलिथीन मुक्त वातावरण मिलने जा रहा है। प्रदेश के वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ अरुण कुमार सक्सेना ने बताया कि इस बार का महाकुम्भ पूरी तरह पॉलिथीन मुक्त रहेगा। श्रद्धालु शुद्ध जल और शुद्ध वायु का यहां पर पूरा आनंद ले सकेंगे। सीएम के निर्देश पर इस अभियान में साधु संतों का पूरा सहयोग लिया जा रहा । इसके अलावा  साधु संतों के साथ साथ इस बार श्रद्धालुओं से भी प्रसाद और फूल पॉलीथिन में नहीं लाने का आह्वान किया है।

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