India News(इंडिया न्यूज़)Muzaffarnagar News: मुजफ्फरनगर में आज शनिवार (11 जनवरी) को श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर शहर में शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें सैकड़ों सनातनी और हिंदू संगठन के लोग सम्मिलित हुए।

इस जुलूस में भारतीय जनता पार्टी के फायरब्रांड नेता और पूर्व विधायक संगीत सोम मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए। जहां उन्होंने ताजमहल को लेकर बड़ा बयान दिया. संगीत सोम ने कहा कि ताजमहल जैसी कोई चीज नहीं है, यह पहले भी हिंदू मंदिर था और हिंदू मंदिर ही रहेगा।

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वर्षगांठ पर निकाली गई शोभायात्रा

बता दें, शनिवार (11 जनवरी) को अयोध्या में श्री राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ है। इस अवसर पर आज मुजफ्फरनगर में विशाल शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा की शुरुआत राम, लक्ष्मण और सीता माता की भव्य झांकियों के साथ हुई। शहर के मुख्य चौराहों से गुजरी इस शोभायात्रा में सैकड़ों सनातनियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।

‘ताजमहल एक हिंदू मंदिर है’

यात्रा का उद्घाटन करने पहुंचे पूर्व भाजपा विधायक और फायरब्रांड नेता संगीत सोम ने राम, लक्ष्मण और सीता माता की आरती की। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज देशभर के सनातनियों ने इस दिन को हिंदू त्योहार के रूप में मनाया है। मीडिया से बात करते हुए संगीत सोम ने विवादित बयान देते हुए कहा कि ताजमहल जैसा कुछ हो ही नहीं सकता।

पवित्र कुरान का हवाला देते हुए संगीत सोम ने कहा, ‘किसी भी कब्र पर कोई इमारत या स्थायी इमारत नहीं बनाई जा सकती।” उन्होंने दावा किया कि ताजमहल पहले भी हिंदू मंदिर था और हिंदू मंदिर ही रहेगा। संगीत सोम ने कहा, “जब से भाजपा की सरकार आई है, सनातनियों का मनोबल बढ़ा है।’

वक्फ बोर्ड पर निशाना

इस मौके पर संगीत सोम ने दावा किया कि ‘आक्रमणकारियों ने देश में मंदिरों को तोड़कर उनकी जगह मस्जिदें बना दी थीं, लेकिन अब ऐसी बातें सामने आ रही हैं।” वक्फ बोर्ड को आतंकवादियों और गुंडों का संगठन बताते हुए उन्होंने कहा, “वक्फ बोर्ड की जमीन सिर्फ पाकिस्तान में हो सकती है, भारत में नहीं।” उन्होंने अवैध मजारों और मदरसों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।

ताजमहल को लेकर भाजपा नेता संगीत सोम ने कहा, “ताजमहल जैसी कोई चीज नहीं हो सकती। कुरान में लिखा है कि किसी कब्र पर स्थायी इमारत नहीं बनाई जा सकती।” उन्होंने कहा, ‘ताजमहल पहले भी हिंदू मंदिर था और आगे भी हिंदू मंदिर ही रहेगा। यह हिंदुस्तान है और यहां सिर्फ सनातनियों की जमीन है।’

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