इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
कोविड-19 महामारी के बाद पैदा हुए संकट से उबरने में भारत अनुकरणीय वापसी कर रहा है। इतना ही नहीं, अर्थव्यवस्था के हर मापदंड और गतिविधियां पूर्व-कोरोना स्तर को पार कर चुकी हैं। यह कहना है सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार अनंत नागेश्वरन का। वे आज शनिवार को गुरुग्राम में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हम 2027 तक 5 ट्रिलियन डॉलर जीडीपी वाला देश बन जाएंगे।
अनंत नागेश्वरन यहां हरियाणा इंस्टीट्यूट आफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में इंडियन ‘इकोनॉमी: प्रोस्पेक्टस, चैलेंज एंड एक्शन प्वाइंट’ विषय पर बोल रहे थे। मुख्य सलाहकार ने कहा कि कोविड संकट से निपटने के भारतीय प्रयासों की सराहना की और कहा कि भारत ने कोविड-19 महामारी के कारण पैदा हुए संकट से उबरने में एक अनुकरणीय लचीलापन दिखाया है। कोरोना से उबरने के लिए सरकार ने पॉलिसी लेवल पर कई सकारात्मक कदम उठाए, जिनमें भारतीय रिजर्व बैंक ने अपना पूरा समर्थन दिया।
सीईए नागेश्वरन ने कहा कि दुनिया के दूसरे विकसित और विकासशील देशों की तुलना में भारतीय अर्थव्यवस्था हर तरह से ज्यादा सुदृढ़ है। विकसित दुनिया कम मुद्रास्फीति से उच्च मुद्रास्फीति की ओर बढ़ रही है। ऐसे समय में हम मुद्रास्फीति के दबाव को नियंत्रण में रखने में कामयाब रहे हैं।
मु्ख्य आर्थिक सलाहकार ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के अनुमान के मुताबिक भारत 2027 तक 5 ट्रिलियन डॉलर की जीडीपी वाला देश बन जाएगा। आज, हमारे पास निजी निवेश का एक मजबूत पुनरुद्धार है और देश के पास लक्ष्य के मुताबिक विदेशी मुद्रा भंडार है। पिछले कुछ सालों के दौरान भारत में डिजिटल भुगतान की संख्या में वृद्धि इस बात का संकेत है कि देश में तेजी से बदलाव हो रहा है।
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