India News (इंडिया न्यूज), Vikram Pai Success Story: सफल बिजनेसमैन का पैसा तो सबको दिखता है, लेकिन इस बिजनेस को खड़ा करने के पीछे की मेहनत कोई नहीं देखता। सालों तक बिना रुके किसी काम पर लगे रहना आसान नहीं होता। जेब में पैसे न हों तो संघर्ष और लंबा हो जाता है। बेंगलुरु के उद्यमी विक्रम पई की कहानी भी रोंगटे खड़े कर देने वाली है।

आधा शरीर बेकार

विक्रम पई ने ReferRush नाम से अपनी खुद की कंपनी शुरू की। उन्होंने अपनी सारी बचत इसमें लगा दी, लेकिन सफलता उनसे दूर भाग रही थी। 6 साल में 5 बिजनेस में असफल हो चुके विक्रम को 2 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका था। हालात दिन-ब-दिन खराब होते जा रहे थे, उनका आधा शरीर लकवाग्रस्त हो चुका था। विक्रम की राह संकरी होती जा रही थी। अपने संघर्ष के दिनों को याद करते हुए उन्होंने खुद बताया है कि एक वक्त ऐसा भी आया जब उनकी जेब में सिर्फ 4000 रुपए बचे थे। उनके पास अपने स्टाफ को सैलरी देने के लिए भी पैसे नहीं थे। सब खत्म हो रहा था। दोस्त उनसे दूर होने लगे थे। उन्हें ताने मिलने लगे थे कि वे एलन मस्क बनने की कोशिश कर रहे हैं। धीरे-धीरे उनके परिवार के सदस्यों का भी उन पर से भरोसा उठने लगा। हालात ठीक नहीं चल रहे थे, लेकिन हार मानने के बजाय विक्रम ने कोशिश जारी रखी।

 

पलट गई किस्मत

विक्रम को


भरोसा था कि उसके पास खाने को खाना और रहने के लिए छत है, इसलिए वह कोशिश करता रहेगा। उसकी लगन के आगे किस्मत ने भी पलटी खाई। चीजें तब बदलनी शुरू हुईं, जब उसकी कंपनी को जीरोधा के संस्थापक निखिल कामथ से फंडिंग मिली। विक्रम की कंपनी ReferRush को 2,400 से अधिक स्टार्टअप में से WTFund अनुदान के लिए चुना गया।

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हर दिन लाखों में हुई कमाई

विक्रम ने खुद सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए बताया कि एक समय ऐसा था, जब उनकी कंपनी को 1 लाख रुपये कमाने में 4 महीने लगते थे, लेकिन अब यह हर दिन 1.5 लाख रुपये कमा रही है। कंपनी तेजी से आगे बढ़ रही है। आपको बता दें कि ReferRush एक ई-कॉमर्स रेफरल सेल्स प्लेटफॉर्म है, जो व्यवसायों को उनके ग्राहकों के जरिए नए ग्राहक पाने में मदद करता है। कंपनी रेफरल मार्केटिंग प्लेटफॉर्म के जरिए पैसे कमाती है।

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