India News(इंडिया न्यूज),CG News:
साल 2024 में माओवादियों के खिलाफ बड़ी सफलताओं के बाद सुरक्षा बलों ने 2025 को निर्णायक साल बनाने की तैयारी कर ली है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के निर्देश पर छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ और इंद्रावती इलाके में माओवादियों के खिलाफ सबसे बड़ा ऑपरेशन शुरू होने जा रहा है। रणनीति के तहत ADG और DSP स्तर के अधिकारी खुद जवानों के साथ अबूझमाड़ में रातें गुजारेंगे और ऑपरेशन का नेतृत्व करेंगे।
माओवादियों पर केंद्र की नजर
खुफिया इनपुट्स के अनुसार, माओवादियों के बड़े नेता, जिन पर करोड़ों रुपये का इनाम है, अबूझमाड़ और इंद्रावती इलाके में सक्रिय हैं। बताया जा रहा है कि 400 से अधिक हथियारबंद माओवादी इन इलाकों में जुटे हुए हैं। केंद्र सरकार ने इन सभी को घेरने और संगठन को पूरी तरह समाप्त करने का खाका तैयार कर लिया है।
2025 में निर्णायक लड़ाई की तैयारी
सुरक्षा बलों का लक्ष्य 2026 से पहले माओवादियों का पूरी तरह सफाया करना है। जानकार मानते हैं कि 2025 में माओवादियों के खिलाफ आखिरी निर्णायक लड़ाई होगी। बस्तर IG सुंदर राज पी ने बताया कि जवानों को संगठन के खात्मे का स्पष्ट निर्देश दे दिया गया है और अगले कुछ महीनों में बड़े ऑपरेशन की शुरुआत होगी।
कितने व्यूज मिलते ही होने लगती है यूट्यूबर्स की कमाई? मिलते हैं इतने पैसे
अबूझमाड़ में होगा सबसे बड़ा ऑपरेशन
अबूझमाड़ और इंद्रावती कोर इलाके को पूरी तरह घेरने की योजना बनाई जा चुकी है। माओवादियों के ठिकानों को चिन्हित कर ऑपरेशन की रूपरेखा तय की गई है। सुरक्षा बल पहले भी अबूझमाड़ में बड़ी सफलताएं हासिल कर चुके हैं पिछले साल नवंबर में हुए ऑपरेशन में 7 माओवादी मारे गए थे। इस मुठभेड़ में DRG, STF और CRPF की संयुक्त टीम शामिल थी।
सुरक्षा बलों का बढ़ा मनोबल
दक्षिण अबूझमाड़ में हुई पिछली मुठभेड़ ने जवानों का मनोबल बढ़ा दिया है। इस बार एडीजी और डीएसपी स्तर के अधिकारी खुद मैदान में उतरेंगे। बताया जा रहा है कि अबूझमाड़ और इंद्रावती के कठिन इलाकों में भी सुरक्षा बलों की तैयारी पूरी है। 2025 की शुरुआत में शुरू होने वाले इस ऑपरेशन से माओवादियों के खात्मे की उम्मीद की जा रही है। सुरक्षा बलों का कहना है कि अब निर्णायक घेराबंदी का समय आ गया है। जल्द ही नक्सलवाद की समस्या खत्म करने का सपना पूरा होगा।