India News (इंडिया न्यूज),Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सलियों द्वारा एक और भयावह घटना को अंजाम दिया गया। तिम्मापुर गांव में लक्ष्मी पद्दम नाम की एक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता की उसके घर में धारदार हथियारों से बेरहमी से हत्या कर दी गई। घटना के वक्त लक्ष्मी अपने बेटे के साथ थी। प्रारंभिक जांच में नक्सलियों के शामिल होने का संदेह जताया जा रहा है।
दो दिन पहले इलाके में दो पूर्व सरपंचों की हत्या
यह जघन्य घटना तिम्मापुर गांव में सीआरपीएफ कैंप से महज एक किलोमीटर की दूरी पर हुई, जिससे स्थानीय नागरिकों के बीच सुरक्षा को लेकर गहरी चिंता पैदा हो गई है। हालात और भी तनावपूर्ण हो गए हैं क्योंकि इस हत्या से महज दो दिन पहले इलाके में दो पूर्व सरपंचों की हत्या भी हुई थी।नक्सलवाद के खिलाफ सुरक्षा बलों ने अपने अभियानों को तेज कर दिया है। हाल ही में, पांच नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया, जिन पर कुल 11 लाख रुपये का इनाम घोषित था। आत्मसमर्पण करने वाले इन नक्सलियों को पुलिस पर हमलों, सड़क तोड़फोड़, और अन्य आपराधिक गतिविधियों में लिप्त बताया गया था
लगातार हो रही घटनाओं ने यह भी स्पष्ट
आत्मसमर्पण करने पर प्रत्येक को 25,000 रुपये का नकद प्रोत्साहन दिया गया। यह घटना क्षेत्र में शांति और सुलह की ओर सकारात्मक संकेत देती है।हालांकि, नक्सलियों का खतरा अभी भी बरकरार है। हाल ही में, जिदपल्ली-2 में नए स्थापित सुरक्षा शिविर पर 200 से अधिक नक्सलियों ने अत्याधुनिक हथियारों के साथ हमला किया। सुरक्षा बलों ने अदम्य साहस और रणनीतिक सूझबूझ से इस हमले को विफल कर दिया और नक्सलियों को खदेड़ दिया।बीजापुर के पुलिस अधीक्षक जितेंद्र यादव के नेतृत्व में सुरक्षा बलों ने यह साबित किया कि वे नक्सलियों के हर दुस्साहस का जवाब देने के लिए तैयार हैं। हालांकि, लगातार हो रही घटनाओं ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि नक्सलवाद के खात्मे के लिए लंबी और सतत रणनीति की जरूरत है।
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