India News (इंडिया न्यूज), Bilaspur News: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में ओपन परीक्षा में एडमिशन दिलाकर पास और फर्स्ट डिवीजन का झांसा देकर पैसा ऐंठने का मामला सामने आया है। छात्रों ने नेशनल अकैडमी की संचालिका के खिलाफ बिलासपुर के सिविल लाइन थाना में शिकायत दर्ज कर कार्रवाई की मांग की है और वहीं पैसे लेकर पास कराने के दावे का वीडियो भी जारी किया है।
इजरायल ने इन ताकतवर देशों के साथ मिलकर यमन में हूतियों के उड़ाए परखच्चे, मुंह ताकता रह गया ईरान
पैसे लेकर परीक्षा में पास करने का मामला
परीक्षा में पैसे लेकर पास कराने का झांसा देने का मामला आए दिन सामने आता रहता है। ऐसा ही एक मामला बिलासपुर में आया है। जहां शहर के कुदुदंड इलाके में नेशनल एकेडमी का संचालन करने वाली डायरेक्टर सीमा चंद्रवंशी का एक वीडियो छात्रों ने जारी किया है, जिसमें वह 5 हजार रुपये लेकर एक पेपर में पास कराने और 6 हजार रुपये लेकर अच्छा ग्रेड दिलाने का दावा कर रही है। इसे लेकर छात्रों ने कार्रवाई की मांग करते हुए सिविल लाइन पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई है।
थाना पहुंचे छात्रों ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि सीमा चंद्रवंशी द्वारा नेशनल एकेडमी का संचालन किया जाता है और 10वीं और 12वीं की ओपन परीक्षा के लिए फार्म भरवा कर उन्हें परीक्षा के लिए भेजा जाता है। इसके आवाज में उनसे 12 हजार रुपये से लेकर 15 हजार रुपये तक लिए जाते हैं। परीक्षा देने वाले परीक्षार्थियों को जब जानकारी मिली कि, शासन से होने वाली ओपन परीक्षा में इतनी फीस नहीं लगती तो वे मैडम के पास पहुंचे, जिसके बाद सीमा चंद्रवंशी ने उन्हें अलग-अलग बात करते हुए परीक्षा में पास करने का दावा करते हुए 5 हजार रुपये देने की बात करने लगी।
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए जेल से बाहर आकर चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं ताहिर हुसैन
पेपर में पास होने की गारंटी
इतना ही नहीं वीडियो में वह 6 हजार रुपये देकर अच्छे ग्रेड में पास करने की गारंटी भी दे रही है। रायपुर में अच्छी सेटिंग का हवाला देकर छात्रों को ठगने का काम नेशनल अकादमी द्वारा कई सालों से किया जा रहा है। अब शिकायत को लेकर छात्र सिविल लाइन थाना पहुंच चुके हैं, जिसके बाद वह कलेक्टर के पास जाकर मामले की शिकायत करने की तैयारी कर रहे हैं। देखने वाली बात ये है कि आखिर शिक्षा विभाग इस तरह पास कराने का दावा देकर झांसे में लेने वाले अकादमी के संचालक के खिलाफ किस प्रकार कार्रवाई है ताकि भोले भाले छात्र इनके मकड़ जाल में न फंसे और उनके साथ किसी प्रकार की ठगी ना हो।