India News (इंडिया न्यूज़), CG Education Initiative: छत्तीसगढ़ सरकार ने नक्सल प्रभावित और आदिवासी क्षेत्रों में शिक्षा और कौशल विकास को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। 23 अगस्त को जारी बयान में कहा गया कि राज्य सरकार ने मैजिक बस इंडिया फाउंडेशन के साथ मिलकर सरकारी स्कूलों में शिक्षा को बेहतर बनाने का फैसला किया है।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत पहल
यह पहल राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 और राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा (NCF) 2023 के तहत है, जिसका मकसद छात्रों को आधुनिक दौर की जरूरतों के अनुसार कौशल और ज्ञान से लैस करना है। इससे छात्रों को न केवल अच्छी शिक्षा मिलेगी, बल्कि उनके भविष्य के लिए भी बेहतर अवसर तैयार होंगे।
“नियाद नेल्लनार” योजना की शुरुआत
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इन क्षेत्रों में “नियाद नेल्लनार” योजना की शुरुआत की, जिसका अर्थ है “आपका अच्छा गाँव”, इस योजना के तहत, शिविरों के 5 किलोमीटर के दायरे में स्थित गाँवों में 17 विभागों के 53 लाभार्थी कार्यक्रमों और 28 सामुदायिक सुविधाओं तक पहुँच प्रदान की जाएगी।
कौशल शिक्षा का राज्यव्यापी विस्तार
इस पहल के तहत, पहले दो शैक्षणिक वर्षों में 800 सरकारी स्कूलों में कौशल शिक्षा लागू की जाएगी। इस अवधि में, 1,600 शिक्षकों को कक्षा 6 से 10 तक के 40,000 छात्रों को कौशल और जीवन कौशल शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा। कार्यक्रम की शुरुआत कांकेर और कोंडागांव से होगी और इसे राज्य के सभी 33 जिलों में विस्तारित करने की योजना है।
आदिवासी बच्चों के लिए मातृभाषा में प्राथमिक शिक्षा
मुख्यमंत्री साय ने आदेश दिया है कि आदिवासी बच्चों को उनकी सांस्कृतिक पहचान बनाए रखने और शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार के लिए प्राथमिक शिक्षा उनकी मातृभाषा में दी जाए।
आदिवासी और नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के लिए बड़ा कदम
यह पहल खासतौर पर उन क्षेत्रों के बच्चों के लिए फायदेमंद होगी, जहां शिक्षा की पहुंच कम है। सरकार की इस योजना से इन इलाकों के बच्चों को न केवल बेहतर शिक्षा मिलेगी, बल्कि उनके जीवन में भी बड़ा बदलाव आएगा।
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