India News (इंडिया न्यूज), CG Fraud: छत्तीसगढ़ में आयकर विभाग की बड़ी कार्रवाई के दौरान कारोबारियों द्वारा 55.10 करोड़ रुपये सरेंडर किए गए हैं। बिलासपुर के महावीर कोल वाशरी संचालक ने 30 करोड़ और रेलवे ठेकेदार मधुसूदन अग्रवाल ने 25.10 करोड़ रुपये सरेंडर किए। जानकारी के मुताबिक, यह कार्रवाई टैक्स चोरी के इनपुट मिलने के बाद की गई, जिसमें कई अहम खुलासे हुए हैं।

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टैक्स चोरी का बड़ा खुलासा

बता दें, आयकर विभाग को लंबे समय से इनपुट मिल रहे थे कि कारोबारी समूह मध्यप्रदेश के सतना स्थित फैक्ट्री में टैक्स चोरी कर रहे हैं। जांच के दौरान जबलपुर आईटी टीम को इसके कनेक्शन रायपुर और रायगढ़ के स्टील ग्रुप से मिले। इसके अलावा, जगदलपुर के बिल्डर्स और वनोपज कारोबारियों के फर्म में निवेश की जानकारी मिली, जिसके जरिए काले धन को सफेद किया जा रहा था।

आठ ठिकानों पर आयकर छापेमारी

जानकारी के अनुसार, मंगलवार को आयकर विभाग ने रायपुर, रायगढ़ और जगदलपुर में स्टील कारोबारियों और बिल्डर्स के 8 ठिकानों पर छापेमारी की।
– रायपुर: सिलतरा, तेंदुआ में फैक्ट्री, समता कॉलोनी और सिविल लाइन स्थित दफ्तर
– जगदलपुर: मोतीतालाब पारा में तीन ठिकाने
– रायगढ़: एक ठिकाने पर कार्रवाई

100 सदस्यीय टीम ने की छापेमारी

इस दौरान कारोबारियों के पास से बड़ी संख्या में बोगस बिलिंग, नकद लेन-देन और निर्धारित स्टॉक से अधिक कच्चा व निर्मित सामान मिला, जिसका मूल्यांकन किया जा रहा है। इस छापेमारी को छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश की 100 सदस्यीय टीम ने मिलकर अंजाम दिया। वहीं, सुरक्षा के लिए 75 सदस्यीय टीम को तैनात किया गया था। आयकर विभाग की इस कार्रवाई से कारोबारी जगत में हड़कंप मच गया है। टैक्स चोरी और ब्लैकमनी को सफेद करने के मामलों में और भी खुलासे होने की संभावना है।

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