India News (इंडिया न्यूज), CG News: छत्तीसगढ़ का नारायणपुर जिला, जो कभी नक्सल प्रभावित इलाकों के कारण सुर्खियों में रहता था, अब विकास की नई कहानी लिख रहा है। जानकारी के मुताबिक, जिला प्रशासन और सरकार की योजनाओं के सफल क्रियान्वयन से यहां के लोग आत्मनिर्भर बन रहे हैं। ऐसे में, कृषि, ग्रामीण अर्थव्यवस्था और बुनियादी सुविधाओं के क्षेत्र में शानदार प्रदर्शन के लिए नीति आयोग ने नारायणपुर को 10 करोड़ रुपये का पुरस्कार दिया है। इस उपलब्धि से जिले के लोगों में उत्साह है और प्रशासन को भी नए विकास कार्यों की प्रेरणा मिली है।
खेती और रोजगार में क्रांतिकारी बदलाव
बता दें, नारायणपुर में खेती को उन्नत बनाने के लिए आधुनिक तकनीकों और संसाधनों का उपयोग किया जा रहा है। किसानों को वैज्ञानिक तरीकों से खेती करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है, जिससे उनकी फसल का उत्पादन और आमदनी दोनों बढ़ सके। वहीं दूसरी तरफ, युवाओं के लिए नए रोजगार के अवसर पैदा किए जा रहे हैं, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें। इसके साथ-साथ सरकार की योजनाओं के तहत गांवों में सड़क, बिजली, पानी और शिक्षा जैसी बुनियादी सुविधाओं का तेजी से विस्तार किया जा रहा है। अब यहां के ग्रामीणों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं और शिक्षा के अवसर भी मिल रहे हैं, जिससे उनका जीवन स्तर ऊंचा उठ रहा है।
नारायणपुर से सीख सकते हैं अन्य जिले
फिलहाल, नीति आयोग ने नारायणपुर के प्रयासों को सराहा है और इसे अन्य जिलों के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण बताया है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने भी इस उपलब्धि पर जिला प्रशासन और स्थानीय लोगों को बधाई दी है। यह पुरस्कार नारायणपुर को आगे बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा, जिससे जिले के विकास कार्यों को और गति मिलेगी।