India News (इंडिया न्यूज),CG Supply of Dirty Water: सूरजपुर जिले की बिश्रामपुर स्थित एसईसीएल श्रमिक कालोनियों में रह रहे कर्मचारियों और उनके परिवारों को गंदे पानी की सप्लाई हो रही है। इस कारण उनका स्वास्थ्य गंभीर खतरे में है। 2,256 आवासीय इकाइयों वाली इन कालोनियों के लिए एसईसीएल प्रबंधन ने शुद्ध जल आपूर्ति के उद्देश्य से फिल्टर प्लांट की स्थापना की थी, लेकिन देखरेख और मरम्मत के अभाव में यह पूरी तरह से जर्जर हो चुका है।

फिल्टर प्लांट में सफाई और उपकरणों की कमी

रेणुका नदी से पानी लाकर फिल्टर प्लांट के माध्यम से सप्लाई किया जाता है, लेकिन पिछले दो महीनों से पानी को शुद्ध करने के लिए जरूरी क्लोरीन और चूना उपलब्ध नहीं है। खराब वाल्व और उपकरणों की कमी के कारण पानी बिना शुद्धिकरण के सप्लाई किया जा रहा है। फिल्टर प्लांट का मुख्य वाशिंग वाल्व कई दिनों से खराब पड़ा है, जबकि चार में से एक पंप लंबे समय से बंद है।

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स्वास्थ्य पर पड़ रहा बुरा असर

गंदे पानी की सप्लाई से श्रमिक परिवारों के स्वास्थ्य पर गहरा असर पड़ रहा है। कर्मचारियों का कहना है कि फिल्टर प्लांट में फैली गंदगी और प्रबंधन की लापरवाही के कारण स्थिति बदतर हो रही है। जुगाड़ के सहारे चल रहे इस प्लांट में सुधार की आवश्यकता है ताकि शुद्ध पानी की आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके।

प्रबंधन की अनदेखी पर सवाल

प्रबंधन की ओर से मरम्मत और आवश्यक उपकरण उपलब्ध कराने में हो रही देरी से श्रमिकों में नाराजगी बढ़ रही है। कॉलोनीवासियों ने फिल्टर प्लांट की सफाई और संचालन व्यवस्था में सुधार की मांग की है ताकि वे शुद्ध पानी के अपने अधिकार का उपयोग कर सकें।

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