India News (इंडिया न्यूज़),CGPSC Scam: छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (सीजीपीएससी) पेपर लीक घोटाले में बड़ा खुलासा हुआ है। विशेष सीबीआई अदालत में इस मामले में 400 पन्नों का आरोप पत्र और 2,000 पन्नों का दस्तावेज प्रस्तुत किया गया। आरोप पत्र में दावा किया गया है कि 2021 की पीएससी परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक कर उम्मीदवारों तक 20 दिन पहले ही पहुंचा दिए गए थे।
परिवार ने मिलकर दिया था इस घोटाले को अंजाम
सीबीआई की जांच में सामने आया कि तत्कालीन अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी और उद्योगपति श्रवण गोयल के परिवार ने मिलकर इस घोटाले को अंजाम दिया। जांच में पता चला कि श्रवण गोयल के बेटे शशांक गोयल और बहू भूमिका कटियार ने टामन सिंह को 45 लाख रुपये दिए थे, जिसके पुख्ता डिजिटल सबूत मिले हैं। शशांक और भूमिका 2021 की परीक्षा में क्रमशः तीसरे और चौथे स्थान पर थे। इसके अलावा, टामन सिंह के भतीजे डीएसपी साहिल सोनवानी और उप परीक्षा नियंत्रक ललित गणवीर की गिरफ्तारी भी हो चुकी है। आरोप पत्र में उल्लेख है कि ललित गणवीर ने टामन सिंह के कहने पर तीनों सेट के प्रश्नपत्र लीक किए थे। जब्त मोबाइल और कंप्यूटर की जांच में पेपर लीक के स्पष्ट सबूत मिले हैं।
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30 से अधिक उम्मीदवारों और अन्य व्यक्तियों थे शामिल
सीबीआई ने कोर्ट को बताया कि घोटाले में 30 से अधिक उम्मीदवारों और अन्य व्यक्तियों की संलिप्तता हो सकती है। जांच के दौरान यह स्पष्ट हुआ कि प्रश्नपत्र पीएससी दफ्तर से ही लीक किए गए थे। अदालत ने सभी सात आरोपितों की न्यायिक रिमांड 14 दिन के लिए बढ़ा दी है। इस मामले पर अगली सुनवाई 30 जनवरी को होगी।