India News( इंडिया न्यूज़),Chhattisgarh Bhoramdev Temple: छत्तीसगढ़ का मशहूर ऐतिहासिक भोरमदेव मंदिर नए साल के पहले दिन से पर्यटकों और श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र बन चुका है। मंदिर में उमड़ी भीड़ इस बात का स्पष्ट संकेत है कि यह धार्मिक स्थल न केवल आस्थावानों के लिए बल्कि पर्यटन प्रेमियों के लिए भी एक प्रमुख गंतव्य बनता जा रहा है। यहां आकर लोग बाबा भोरमदेव का आशीर्वाद लेकर अपने वर्ष की शुरुआत कर रहे हैं।

अद्भुत नक्काशी और स्थापत्य कला के लिए प्रसिद्ध है ये मंदिर

नागर शैली में निर्मित यह मंदिर अपनी अद्भुत नक्काशी और स्थापत्य कला के लिए प्रसिद्ध है, जो इसे “छत्तीसगढ़ का खजुराहो” कहे जाने का हकदार बनाता है। मंदिर की दीवारों पर उकेरी गई जटिल मूर्तियां भारतीय कला और संस्कृति का बेहतरीन उदाहरण पेश करती हैं, जो हर आगंतुक को अपनी ओर खींचती हैं।

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बढ़ती संख्या राज्य की अर्थव्यवस्था और रोजगार करती है

भोरमदेव मंदिर के पर्यटन महत्व में लगातार बढ़ोतरी हो रही है, जिससे छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक धरोहर को पहचान मिल रही है। यहां आने वाले पर्यटकों की बढ़ती संख्या राज्य की अर्थव्यवस्था और रोजगार में भी सकारात्मक बदलाव ला रही है। यह मंदिर अब राज्य के गौरव और सांस्कृतिक संपदा का प्रतीक बनकर उभरा है, और इसे संरक्षित करना हम सबकी जिम्मेदारी बनती है। इसके साथ ही, भोरमदेव मंदिर का यह रूपांतरण एक बेहतर भविष्य के लिए छत्तीसगढ़ के पर्यटन क्षेत्र में एक नई दिशा को जन्म दे रहा है।

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