India News (इंडिया न्यूज), Chhattisgarh Weather: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में बदलते मौसम का असर लोगों के स्वास्थ्य पर साफ देखा जा सकता है। दिन और रात के जानकारी के अनुसार, तापमान में दोगुना अंतर होने के कारण अस्थमा के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। डॉक्टरों के अनुसार, जरा सी लापरवाही गंभीर स्थिति पैदा कर सकती है, इसलिए अस्थमा और क्रोनिक पल्मोनरी बीमारी से ग्रसित लोगों को विशेष ध्यान रखने की जरूरत है।
दिल्ली में रेलवे ट्रेक पर युवक के सिर में मारी गोली, जांच में जुटी पुलिस
लोगों की सेहत पर पड़ सकता है गहरा असर
बता दें, अस्पतालों में वायरल फीवर, सर्दी-खांसी, गले में इंफेक्शन और एलर्जी के मरीजों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। आंबेडकर अस्पताल की ओपीडी में रोजाना करीब 700 मरीज इलाज के लिए पहुंच रहे हैं, जिनमें से 20% से अधिक मरीज अस्थमा और वायरल संक्रमण से पीड़ित हैं। ऐसे में, डॉक्टरों का कहना है कि कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों को इस मौसम में अधिक सतर्क रहने की जरूरत है। दूसरी तरफ, तबियत -साथ मौसम के उतार-चढ़ाव का सबसे ज्यादा असर बुजुर्गों और बच्चों पर पड़ रहा है। अस्थमा के गंभीर मरीजों को वेंटिलेटर का सहारा लेना पड़ रहा है।
मौसम विभाग ने क्या बताया?
रिकॉर्ड के मुताबिक, बीते सोमवार को रायपुर में अधिकतम तापमान 35 डिग्री और न्यूनतम 18.4 डिग्री दर्ज किया गया, जिससे दिन में तेज धूप और रात में ठंड महसूस की गई। तापमान में इस अंतर के कारण शरीर को खुद को एडजस्ट करने में परेशानी हो रही है, जिससे लोग बीमार हो रहे हैं। इसके अलावा डॉक्टरों ने लोगों को अधिक पानी पीने, ताजे फल-सब्जियां खाने और नियमित व्यायाम करने की सलाह दी है। अस्थमा मरीजों को खास सावधानी बरतनी चाहिए और ठंडी हवाओं से बचने के लिए मास्क पहनना चाहिए।
यूपी में फिर सताएगी सर्दी! तेज हवाओं के बीच लौटेगी ठंड; इस दिन होगी बारिश