India News (इंडिया न्यूज), Chhindwara Accident: मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के खुनाझिर खुर्द गांव में एक निर्माणाधीन कुएं के धंसने से बड़ा हादसा हो गया। मंगलवार को कुएं की मरम्मत के दौरान मिट्टी और पत्थर गिरने से तीन मजदूर मलबे में दब गए। करीब 36 घंटे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद एनडीआरएफ की टीम ने एक मजदूर का शव निकाला। बाकी दो मजदूरों के शव भी मलबे से निकालने का प्रयास जारी है।

हादसे का विवरण

यह घटना खुनाझिर खुर्द गांव के ऐशराव वस्त्राणे के खेत में हुई, जहां पुराने कुएं को गहरा करने का कार्य चल रहा था। इस कार्य के लिए राजस्थान और भोपाल की ठेका टीम को नियुक्त किया गया था। रायसेन और बुधनी से मजदूर यहां काम करने आए थे। मंगलवार दोपहर लगभग 4 बजे खुदाई के दौरान मिट्टी और पत्थर अचानक नीचे गिर गए। इस हादसे में 18 वर्षीय वासिद खान, 18 वर्षीय राशिद खान और 50 वर्षीय शहजादी बाई मलबे में दब गए।

बाबा महाकाल का विशेष भांग से आकर्षक शृंगार, मंदिर परिसर भक्तों के जयकारों से गूंजा

रेस्क्यू ऑपरेशन और प्रशासन की कार्रवाई

एनडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन की टीम ने तुरंत बचाव कार्य शुरू किया। 36 घंटे तक चले ऑपरेशन में एक मजदूर का शव निकाला गया, जिसे पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया गया। बाकी दो मजदूरों के शव निकालने का प्रयास अभी भी जारी है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने मृतक मजदूरों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की।

कैसे हुआ हादसा

बताया जा रहा है कि कुएं की मरम्मत के दौरान सुरक्षा मानकों का पालन नहीं किया गया था। अचानक मिट्टी और पत्थर गिरने से मजदूर बाहर नहीं निकल सके। हादसे के बाद कुछ मजदूरों ने समय रहते बाहर निकलकर अपनी जान बचाई। इस घटना ने मजदूरों की सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।

हल्द्वानी में सीएम पुष्कर सिंह धामी का रोड शो के चलते डायवर्जन प्लान हुआ जारी, जाने क्या है प्लान