India News (इंडिया न्यूज) Chhattisgarh news: मुख्यमंत्री साय एक दिवसीय प्रवास पर जवानों का हौसला बढ़ाने के लिए सीआरपीएफ सेड़वा कैम्प में रात बिताई। जहां जवानों से उनकी समस्याओं को लेकर लगातार नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब देते हुए इनामी नक्सलियों को मार गिराने पर बधाई देते हुए उनका मनोबल बढ़ाया।
मुख्यमंत्री ने, सेड़वा कैम्प में रात बिताई
बस्तर आये मुख्यमंत्री अपने एक दिवसीय प्रवास पर जवानों का हौसला बढ़ाने के लिए सीआरपीएफ कैम्प सेड़वा कैम्प में रात बिताई। जहां उन्होंने नक्सलियों के मुद्दे पर सेना के लोगो से खुल कर बात कि, और कैसे नक्सलियों इनामी राशि के जरिये नकस्लियों में प्रशाशन का डर अब बन गया हैं इस मुहीम की तारीफ कि और नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में हुए घायल जवानो के लिए बहतर उपचार के दिशा निर्देश दिए।
सोमवार को स्टेट के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय चित्रकोट रिसोर्ट में बस्तर डेवलपमेंट अथॉरिटी की बैठक में शामिल होने के लिए सोमवार की दोपहर बस्तर पहुंचे। तीन घंटे से ज्यादा समय तक चली बैठक में चर्चा होने के बाद देर शाम सेड़वा में स्थित सीआरपीएफ कैम्प में पहुंचे।सीआरपीएफ सेड़वा के कैंप में सीएम साय ने रात बिताने के दौरान कैंप के जवानो से काफी देर चर्चा भी कि। जवानों ने अपने बिच मुख्यमंत्री को देख काफी खुश हुए। मुख्यमंत्री ने भी जवानो के बीच जाकर उनका हौसला बढ़ाते हुए कहा कि, बस्तर में लंबे समय से सीआरपीएफ के जवान सेवाएं दे रहे हैं।
लाखों रुपये के नक्सली भी शामिल
बस्तर में शांति स्थापित करने के लगातार फोर्स प्रयत्नशील हैं, जवानों के द्वारा लगातार नक्सलियों के खिलाफ अभियान चलाये जा रहे हैं। अभियानों का ही असर हैं जिससे सकारात्मक नतीजे भी दिखाई दे रहे है। अगर बात करे बीते 10 महीनेकि तो पुलिस और नक्सलियों के बीच हुए 30 मुठभेड़ों में 197 नक्सली ढेर हो चुके हैं।जिसमें लाखों रुपये के नक्सली भी शामिल हैं, पुलिस के ही अभियान का असर हैं कि, झीरम घाटी में शामिल लाखों रुपये की इनामी वाले नक्सली ने पुलिस फोर्स के बढ़ते दबाव और नक्सलियों को ढेर होते देख आत्मसमर्पण कर चुकी है।
इनामी राशि से टूटे नक्सलियों के हौसले
इन मुठभेड़ों में जहाँ नक्सलियों कि एक पूरी बटालियन को फोर्स ने समाप्त कर दिया हैं, जबकि कुछ जवान घायल भी हुए, लेकिन उन्हें भी बेहतर उपचार मिल सके, इसके लिए दिशा निर्देश भी दिये जा चुके हैं।पुलिस के अभियानों का हि असर हैं, झीरम घाटी में नक्सलियों पर लाखो रुपए का इनामी मुहीम के दबाव में कई नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया हैं। कई मुठभेड़ों में नक्सलियों कि एक पूरी बटालियन को फोर्स ने समाप्त कर दिया हैं, इन मुठभेड़ों में कई जवान घायल भी हुए, लेकिन उन्हें भी बेहतर इलाज वो भी समय पर मिल सके, इसके लिएआदेश भी दिये जा चुके हैं।