India News (इंडिया न्यूज),Chhattisgarh Politics:छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने रविवार (2 फरवरी) को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सरकार पर विफलता का आरोप लगाते हुए कहा कि बीते एक साल में सरकार जनता की उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी। हालांकि, बीजेपी ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया।
‘भ्रष्टाचार और खराब शासन चरम पर’
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने एक संवाददाता सम्मेलन में सरकार के खिलाफ आरोपपत्र जारी करते हुए कहा कि समाज के हर वर्ग में बीजेपी सरकार को लेकर नाराजगी है। उन्होंने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व वाली सरकार पर भ्रष्टाचार और खराब प्रशासन का आरोप लगाया। बैज ने दावा किया कि छत्तीसगढ़ में कानून-व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। उन्होंने कहा कि सरकार की दोषपूर्ण आरक्षण नीति के चलते ओबीसी समुदाय में भारी असंतोष है। इसके अलावा, कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि सामाजिक सुरक्षा योजनाओं जैसे वृद्धावस्था पेंशन, विधवा पेंशन और अन्य कल्याणकारी योजनाओं को बंद कर दिया गया है, जिससे हजारों लाभार्थी परेशान हैं।
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BJP का पलटवार
कांग्रेस के इन आरोपों का जवाब देते हुए छत्तीसगढ़ के वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि कांग्रेस को पहले अपने पांच साल के कार्यकाल (2018-2023) का मूल्यांकन करना चाहिए। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, “अगर कांग्रेस अपने शासनकाल पर आरोपपत्र तैयार करे, तो वह एक उपन्यास से भी बड़ा होगा।” चौधरी ने कांग्रेस के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि बीजेपी सरकार जनता के लिए समर्पित है और राज्य को विकास के पथ पर आगे ले जा रही है। उन्होंने कहा कि विपक्ष का काम आरोप लगाना है, लेकिन सरकार ठोस काम कर रही है।
क्या कहती है जनता?
कांग्रेस और बीजेपी के बीच जारी इस राजनीतिक जंग के बीच असली सवाल यह है कि जनता किसे सही मानती है। क्या कांग्रेस के आरोपों में दम है, या बीजेपी सरकार वाकई में प्रदेश को नई दिशा देने में सफल हो रही है? इसका जवाब जनता ही आने वाले दिनों में देगी।