India News(इंडिया न्यूज),CG News: छत्तीसगढ़ में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शनिवार को कांग्रेस विधायक और पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा और उनके बेटे के ठिकानों पर छापेमारी की। यह कार्रवाई कथित शराब घोटाले से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत की गई। ED ने धन शोधन रोकथाम अधिनियम (PMLA) के तहत कुल 7 स्थानों पर छापेमारी की, जिसमें रायपुर स्थित कवासी लखमा का आवास और सुकमा जिले में उनके बेटे हरीश लखमा का घर शामिल है।

शराब घोटाले के आरोप

2019-22 के बीच कथित तौर पर हुए शराब घोटाले के दौरान छत्तीसगढ़ सरकार को भारी वित्तीय नुकसान हुआ। आरोप है कि तत्कालीन आबकारी मंत्री कवासी लखमा को 2020-2022 के दौरान हर महीने 2 करोड़ रुपये की रिश्वत दी जाती थी। ED इस मामले की गहन जांच कर रही है। घोटाले में शराब सिंडिकेट के लाभार्थियों पर अवैध रूप से मोटी रकम कमाने का आरोप है।

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BJP की साजिश

ED की कार्रवाई पर छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने कड़ा विरोध जताया। कांग्रेस के संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने इसे शहरी निकाय और पंचायत चुनावों से पहले विपक्षी नेताओं को परेशान करने की भाजपा की साजिश बताया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। बता दें की 71 वर्षीय कवासी लखमा कोंटा विधानसभा सीट से 6 बार विधायक रह चुके हैं और पिछली कांग्रेस सरकार में आबकारी मंत्री के पद पर थे और उनके बेटे हरीश लखमा सुकमा जिले में पंचायत अध्यक्ष हैं।

भाजपा पर राजनीतिक बदले का आरोप

कांग्रेस ने दावा किया है कि ईडी की इस कार्रवाई का उद्देश्य राज्य में चुनावों से पहले कांग्रेस नेताओं को बदनाम करना है। पार्टी ने इसे लोकतांत्रिक मूल्यों पर हमला बताया। ईडी ने अब तक की छापेमारी में क्या खुलासे किए हैं, इस पर सबकी नजर बनी हुई है।