India News (इंडिया न्यूज), Pneumonia Terror: छत्तीसगढ़ में बदलते मौसम के कारण रेस्पिरेटरी सिंसिटियल वायरस (RSV) का असर बढ़ रहा है, जिससे शून्य से 7 साल तक के बच्चे सबसे ज्यादा संक्रमित हो रहे हैं। जानकारी के अनुसार, यह वायरस शिशुओं में श्वसन संबंधी समस्याएं, ब्रोंकियोलाइटिस और निमोनिया जैसी फेफड़ों की बीमारियां पैदा कर रहा है।

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हर महीने सैकड़ों बच्चे हो रहे भर्ती

बता दें, शहर के जिला अस्पताल में RSV संक्रमण के कारण बड़ी संख्या में बच्चे इलाज के लिए भर्ती हो रहे हैं।
– नवंबर 2024:112 बच्चे
– दिसंबर 2024:112 बच्चे
– जनवरी 2025:133 बच्चे
– फरवरी 2025: लगभग 140 बच्चे

रिपोर्ट के मुताबिक, इनमें से 15% मामलों में बच्चों को निमोनिया हुआ, हालांकि समय पर इलाज मिलने से सभी बच्चे स्वस्थ होकर घर लौट गए। स्वास्थ्य विभाग इस संक्रमण पर नजर बनाए हुए है और अभिभावकों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।

बदलते मौसम से बढ़ रहा संक्रमण

ऐसे में, इस साल फरवरी में गर्मी जल्दी शुरू हो गई है, जिससे सुबह ठंड और दोपहर में गर्मी के कारण बच्चों को सर्दी, खांसी और बुखार हो रहा है। सामान्य लक्षण होने पर बच्चों को दवा दी जा रही है, लेकिन *निमोनिया के लक्षण दिखने पर अस्पताल में भर्ती कर इलाज किया जा रहा है। इसके अलावा शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. रविकिरण शिंदे* के अनुसार, RSV एक अत्यधिक संक्रामक वायरस है, जो छोटे बच्चों को तेजी से प्रभावित कर रहा है। अस्पताल में हर तीसरे दिन 5 से 7 नए निमोनिया के मरीज भर्ती हो रहे हैं।

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