India News (इंडिया न्यूज), Police Recruitment: छत्तीसगढ़ के रायपुर में पुलिस भर्ती प्रक्रिया को लेकर विवाद उभर आया है। पुलिस विभाग द्वारा ड्राइवर के पदों पर भर्ती के लिए फिजिकल टेस्ट आयोजित किया गया था, लेकिन भर्ती प्रक्रिया में अभ्यर्थियों के साथ भेदभाव का आरोप लगाया जा रहा है। इस मुद्दे पर अभ्यर्थी सड़क पर उतरकर अपना विरोध जता रहे हैं।
एडमिट कार्ड मिलने के बावजूद फिजिकल नहीं देने दिया
अभ्यर्थियों का कहना है कि उन्हें एडमिट कार्ड मिलने के बावजूद फिजिकल टेस्ट में शामिल नहीं किया गया। उनका आरोप है कि जब वे भर्ती स्थल पहुंचे, तो वहां उन्हें बताया गया कि “सीट नहीं है”, और इस वजह से उन्हें टेस्ट से बाहर कर दिया गया। इसके अलावा, ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) और जनरल वर्ग के अभ्यर्थियों को भर्ती प्रक्रिया से वंचित करने का आरोप भी लगाया जा रहा है। उन्हें बताया जा रहा है कि ओबीसी और जनरल वर्ग के लिए पद उपलब्ध नहीं हैं, जबकि अन्य वर्गों के अभ्यर्थियों को आसानी से प्रक्रिया में शामिल किया जा रहा है।
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पुलिस प्रशासन और भर्ती अधिकारियों पर आरोप
अभ्यर्थियों ने इस भेदभाव को लेकर पुलिस प्रशासन और भर्ती अधिकारियों के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि भर्ती में खुले तौर पर भेदभाव किया जा रहा है, जिससे उनकी मेहनत पर पानी फिर रहा है। इन आरोपों के बाद अभ्यर्थियों ने सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। वे प्रशासन से निष्पक्ष और पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया की मांग कर रहे हैं।
बड़े स्तर पर प्रदर्शन करने की दी चेतावनी
विरोध कर रहे अभ्यर्थियों का कहना है कि अगर प्रशासन ने जल्दी इस समस्या का समाधान नहीं किया, तो वे और भी बड़े स्तर पर प्रदर्शन करेंगे। फिलहाल, इस मुद्दे पर पुलिस विभाग और स्थानीय प्रशासन से कोई स्पष्ट प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन अभ्यर्थियों के विरोध को देखते हुए प्रशासन जल्द ही इस मामले पर विचार करने की संभावना जताई जा रही है।
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