India News (इंडिया न्यूज), CG News: छत्तीसगढ़ के जशपुरनगर के नजदीक ग्राम डोड़काचौरा में स्थित जवाहर लाल नेहरू आदर्श विद्यालय का भवन पिछले 27 महीनों से चुनावी प्रक्रिया में फंसा हुआ है। जानकार के अनुसार, भवन के अभाव में छात्रों को छात्रावास में पढ़ाई करनी पड़ रही है, जिससे उनकी शिक्षा पर बुरा असर पड़ रहा है।
चुनाव के कारण स्कूल पर असर
बता दें, यह भवन अक्टूबर 2023 में हुए विधानसभा चुनाव के लिए अधिग्रहित किया गया था। परिणाम घोषित होने के बाद पत्थलगांव से कांग्रेस प्रत्याशी रामपुकार सिंह ने चुनाव परिणाम को हाईकोर्ट में चुनौती दी। इस कारण चुनाव में इस्तेमाल की गई ईवीएम को स्ट्रांग रूम में सुरक्षित रखा गया है, जो अभी तक विद्यालय भवन में ही बना हुआ है। बताया गया है कि, इससे पहले 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद भी इसी तरह की स्थिति बनी थी। उस समय चुनाव के दो साल बाद विद्यालय प्रशासन को भवन वापस मिला था। इससे छात्रों को विज्ञान प्रयोगशाला की सुविधा नहीं मिल पा रही थी। इस बार भी विज्ञान संकाय के छात्रों को लैब और पुस्तकालय की सुविधा से वंचित रहना पड़ रहा है।
परीक्षाओं पर असर
जानकारी के अनुसार, 15 फरवरी से सीबीएसई की वार्षिक परीक्षाएं शुरू हो रही हैं, लेकिन 200 छात्रों को 100 बिस्तरों वाले छात्रावास में ठहराया गया है। इससे उनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही है। शिक्षकों और छात्रों का कहना है कि स्कूल भवन का अधिग्रहण बार-बार किए जाने से पढ़ाई बाधित होती है। ऐसे में, विद्यालय प्रबंधन का मानना है कि मतगणना और ईवीएम स्ट्रांग रूम के लिए अलग से व्यवस्था होनी चाहिए ताकि छात्रों की पढ़ाई प्रभावित न हो। प्रशासन और निर्वाचन आयोग को इस मुद्दे पर जल्द से जल्द ध्यान देना चाहिए ताकि छात्रों को बेहतर शिक्षा का वातावरण मिल सके।