India News (इंडिया न्यूज), Delhi Assembly elections 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में नई दिल्ली सीट सबसे चर्चित सीट बन गई है। जानकारी के मुताबिक, आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सामने कांग्रेस ने संदीप दीक्षित को मैदान में उतारा है। बता दें, संदीप दीक्षित, दिल्ली की तीन बार मुख्यमंत्री रहीं शीला दीक्षित के बेटे हैं। ऐसे में, ये माना जा रहा है की कांग्रेस नेता पर जिम्मेदारी का वजन अनुमान से अधिक है।

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जानें अरविंद केजरीवाल का राजनीतिक इतिहास

जानकारी के मुताबिक, अरविंद केजरीवाल ने 2013 में इसी सीट से शीला दीक्षित को 25,000 वोटों से हराकर अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत की थी। इसके बाद 2015 में उन्होंने बीजेपी की नूपुर शर्मा और कांग्रेस की किरण वालिया को भारी मतों से हराया। बताया गया है कि, 2020 के चुनाव में भी अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी के सुनील कुमार यादव को 25,061 वोटों के अंतर से हराया। कांग्रेस उम्मीदवार रोमेश सबरवाल केवल 3,220 वोट ही पा सके।

संदीप दीक्षित के राजनीतिक सफर डालें नजर

बता दें, संदीप दीक्षित 2004 से 2014 तक दो बार लोकसभा सांसद रह चुके हैं। इसके अलावा, वह अरविंद केजरीवाल की कार्यशैली के लंबे समय से आलोचक रहे हैं, साथ ही, उनकी मां शीला दीक्षित का दिल्ली में 15 साल का मुख्यमंत्री कार्यकाल उनकी सबसे बड़ी राजनीतिक विरासत है। ऐसे में, कांग्रेस ने संदीप दीक्षित को नई दिल्ली सीट से उतारकर कई मुद्दों पर रौशनी डाली है कि इस बार वह अपनी खोई हुई सियासी जमीन को वापस पाने की पूरी कोशिश करेगी। दूसरी तरफ, अजय माकन जैसे दिग्गज नेताओं को लिस्ट में जगह न देकर पार्टी ने संदीप दीक्षित को मुख्य चेहरा बनाया है।

नई दिल्ली सीट का इतिहास

बताया गया है कि, नई दिल्ली सीट, जिसे पहले गोल मार्केट सीट कहा जाता था, 1993 में अस्तित्व में आई। इसके बाद 1998 और 2003 में शीला दीक्षित ने इसे जीतकर मुख्यमंत्री बनीं। 2013 से यह सीट लगातार अरविंद केजरीवाल के नाम रही है। अब देखना होगा कि क्या संदीप दीक्षित अपनी मां की विरासत को बचाते हुए अरविंद केजरीवाल को टक्कर दे पाएंगे।

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