India News Delhi (इंडिया न्यूज़), Arvind Kejriwal: दिल्ली सरकार के मंत्री आशीष सूद ने आम आदमी पार्टी (आप) की पिछली सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। सूद ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा दिल्ली में जलभराव की समस्या को लेकर बार-बार चेतावनियाँ दी जा रही थीं, लेकिन पिछले कार्यकाल की दिल्ली सरकार ने इसे नजरअंदाज किया। उन्होंने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह की बैठक में जो जानकारी सामने आई, उसे सुनकर वे स्तब्ध रह गए।

केंद्र सरकार की कोशिशें

आशीष सूद ने दावा किया कि केंद्र सरकार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में, दिल्ली की जलभराव समस्या को हल करने के लिए लगातार प्रयास कर रही थी। गृह मंत्री अमित शाह और केंद्र सरकार ने दिल्ली सरकार से कई बार जलभराव वाले स्थानों की जानकारी मांगी और 100 से अधिक ऐसे स्थानों की पहचान की, जहां मामूली सुधार से जलभराव की समस्या रोकी जा सकती थी। हालांकि, पिछली दिल्ली सरकार ने इन स्थानों पर किसी भी तरह के सुधार कार्य को लागू नहीं किया।

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लोगों की परेशानियों को अनदेखा किया

आशीष सूद ने आगे आरोप लगाया कि दिल्ली की सड़कों पर हर साल जलभराव की समस्या बनी रहती है, और बरसात के दौरान कई इलाके तालाब में बदल जाते हैं। इस कारण यातायात प्रभावित होता है और जलजनित बीमारियां फैलती हैं। बावजूद इसके, केजरीवाल सरकार ने केंद्र की चेतावनियों को अनसुना किया था और इस समस्या का समाधान नहीं किया। उन्होंने कहा कि आप सरकार अपनी छवि सुधारने में व्यस्त थी, जबकि जनता की परेशानियों से उसे कोई फर्क नहीं पड़ा।

थोड़ी सी मरम्मत से बच सकती थी जलभराव समस्या

मंत्री आशीष सूद ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार द्वारा पहचाने गए 100 से अधिक जलभराव वाले स्थानों पर मामूली सुधार की जरूरत थी। यदि समय रहते इन स्थानों पर नालों की सफाई और मरम्मत का काम किया जाता, तो जलभराव की समस्या से बचा जा सकता था। लेकिन, उन्होंने आरोप लगाया कि पिछली सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया, जिससे दिल्ली में जलभराव की समस्या और अधिक विकराल हो गई।

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दिल्ली में जलभराव बनी बड़ी समस्या

दिल्ली में हर साल मानसून के दौरान जलभराव की समस्या बढ़ जाती है। सड़कों पर पानी भर जाने से यातायात प्रभावित होता है, जलजनित बीमारियां फैलती हैं और लोगों को असुविधाओं का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा, दिल्ली नगर निगम और पीडब्ल्यूडी के बीच जिम्मेदारी को लेकर टकराव भी होता रहता है, लेकिन इसके समाधान के लिए ठोस कदम नहीं उठाए जाते।

पिछली सरकार को देना होगा जवाब

आशीष सूद ने कहा कि पिछली केजरीवाल सरकार की यह लापरवाही दिल्ली की जनता के साथ धोखा है। उन्होंने सवाल किया कि जब केंद्र सरकार लगातार समाधान के सुझाव दे रही थी, तो पिछली सरकार ने उन्हें क्यों नजरअंदाज किया। उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता अब उम्मीद कर रही है कि नई सरकार आपसी राजनीति से ऊपर उठकर काम करें और जलभराव जैसी पुरानी समस्याओं का समाधान निकाले।

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