India News Delhi (इंडिया न्यूज़), Atishi: दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP) के सत्ता से बाहर होने के बाद, आतिशी के मुख्यमंत्री पद से हटने के बावजूद उनके वेतन और सुविधाओं में कोई कटौती नहीं की गई है। इसका कारण यह है कि दिल्ली में मुख्यमंत्री और नेता विपक्ष दोनों को समान वेतन और भत्ते मिलते हैं।
वेतन में नहीं होगा बदलाव
अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के बाद चुनाव से पहले आतिशी को दिल्ली का मुख्यमंत्री बनाया गया था। हालांकि, यह पहले से तय था कि चुनाव के बाद वह यह पद छोड़ देंगी। आम आदमी पार्टी और केजरीवाल की हार के बाद पार्टी को विपक्ष में बैठना पड़ा और पार्टी विधायकों ने आतिशी को नेता विपक्ष के रूप में चुना। इस नए पद पर रहते हुए उन्हें पहले जैसा वेतन और भत्ते मिलते रहेंगे, जिससे उनके वेतन और सुविधाओं में कोई बदलाव नहीं होगा।
मुख्यमंत्री और नेता विपक्ष के समान भत्ते
दिल्ली में मुख्यमंत्री और नेता विपक्ष दोनों को समान वेतन और भत्ते मिलते हैं। इसमें शामिल हैं:
• 60,000 रुपये का मासिक वेतन
• 30,000 रुपये निर्वाचन क्षेत्र भत्ता
• 25,000 रुपये सचिवीय सहायता भत्ता
• 10,000 रुपये प्रतिनिधिक भत्ता
इनके अलावा अन्य सरकारी सुविधाएं भी प्रदान की जाती हैं।
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दिल्ली विधानसभा सत्र और विरोध प्रदर्शन
पांच फरवरी 2025 को हुए चुनाव में बीजेपी की जीत के बाद दिल्ली विधानसभा का पहला सत्र जारी है। इस सत्र में गुरुवार को आतिशी और AAP के विधायकों को विधानसभा परिसर में प्रवेश से रोक दिया गया। इसके बाद, पार्टी के विधायकों ने परिसर के बाहर धरना प्रदर्शन किया। इससे पहले, 25 फरवरी को LG वीके सक्सेना के अभिभाषण के दौरान आप विधायकों ने सदन की कार्यवाही में बाधा डालने के आरोप में उन्हें विधानसभा से निलंबित कर दिया था।