India News (इंडिया न्यूज़), BJP Protest, रिपोर्ट- अजित कुमार श्रीवास्तव: दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा के नेतृत्व एवं विधानसभा (BJP Protest) में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी और नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष सरदार राजा इक़बाल सिंह की उपस्थिति में हजारों बीजेपी कार्यकर्ताओं ने बरसात के बीच दिल्ली सरकार के खिलाफ प्रर्दशन किया। यह प्रर्दशन आम आदमी पार्टी के मुख्यालय पर किया गया। बीजेपी ने लोक निर्माण विभाग, दिल्ली जल बोर्ड एवं दिल्ली नगर निगम द्वारा नालियों के सफाई में भष्टाचार का आरोप लगाया।

  • घोटाले का आरोप लगाया
  • केजरीवाल भ्रष्टाचार का पर्याय
  • 3000 करोड़ का घोटाला

बारिश के बीच भाजपा कार्यकर्ताओं ने पुलिस द्वारा आम आदमी पार्टी कार्यालय के पास लगाये बैरिकेड्स को तोड़ा जिसके बाद भारी पुलिस बल ने सभी को डिटेन कर लिया और आई.पी.एस्टेट थाने ले गई। प्रदर्शन में एकत्र कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुये दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा कि दिल्ली सरकार हो या दिल्ली नगर निगम हर ओर भ्रष्टाचार है, अरविन्द केजरीवाल सरकार भ्रष्टाचार का पर्याय बन गई है।

दिल्ली तालाब बन गई

वीरेनद्र सचदेवा ने कहा कि अभी तक दिल्ली केजरीवाल सरकार के शराब घोटाले, शीश महल घोटाले, जल बोर्ड एवं डी.टी.सी. घोटालों से त्रस्त थी पर अब दिल्ली केजरीवाल सरकार के लोक निर्माण विभाग, दिल्ली जल बोर्ड एवं दिल्ली नगर निगम द्वारा नाली, सीवर एवं नालों की प्री मानसून सफाई के नाम पर किये घोटाले जिसके परिणामस्वरूप आज दिल्ली तालाब बन गई है को देख स्तब्ध हैं।

केजरीवाल घम रहे

वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा, “जब दिल्ली जलभराव से झूझ रही थी, उस वक्त भी केजरीवाल को राजनीति सूझ रही थी वह पंचकुला, हरियाणा में घूम रहे थे। अरविन्द केजरीवाल से ना सरकार सम्भल रही है ना नगर निगम, बेहतर होगा सरकार एवं निगम एक साथ हमें सौंप दें फिर दिल्ली का विकास देखिए।”

पूरी दिल्ली डूब गई

दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा है कि किराड़ी से बुराड़ी तक, छत्तरपुर से नांगलोई तक, सीमापुरी से टीकरी बार्डर तक, चांदनी चौक से साऊथ एक्सटेंशन तक और लक्ष्मी नगर से वसंत विहार तक जब हर बस्ती एवं बाजार डूब जाये तो समझ आता है कि नाली एवं नालों की सफाई नहीं हुई सिर्फ उसका बजट साफ हुआ है।

3000 करोड़ का घोटाला

विधानसभा के विपक्ष के नेता रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि केजरीवाल सरकार गर्मी में दिल्ली को पानी उपलब्ध कराने में विफल रही तो मानसून आते ही सड़कों से बरसाती पानी की निकासी सुनिश्चित करने में फेल हो गई है। इस साल नालों की सफाई का पूरा फंड जो कि लगभग रूपए 3000 करोड़ रूपये है सब बंदरबांट की भेट चढ़ गया।

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