India News(इंडिया न्यूज़),CM Rekha Gupta: दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने मंगलवार को गुरु तेग बहादुर (जीटीबी) अस्पताल का औचक निरीक्षण किया और स्वास्थ्य सुविधाओं की स्थिति पर कड़ा रुख अपनाया। उन्होंने अस्पताल में डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की भारी कमी, अधूरी परियोजनाओं और चिकित्सा उपकरणों की बदहाल स्थिति पर नाराजगी जताई। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा कि किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और मरीजों को सर्वोत्तम इलाज मुहैया कराने के लिए सरकार हरसंभव कदम उठाएगी।

स्टाफ की कमी और उपकरणों की दुर्दशा पर नाराजगी

निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने पाया कि अस्पताल में 40 फीसदी डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ की कमी है, जिससे मरीजों को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि पुरानी सीटी स्कैन मशीन से ही अब तक जांच की जा रही है, जबकि अस्पताल को आधुनिक तकनीक से लैस किया जाना चाहिए था। मुख्यमंत्री ने चिकित्सा उपकरणों के सही रखरखाव पर जोर देते हुए निर्देश दिया कि बिना किसी उचित व्यवस्था के रखे गए वेंटिलेटर, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और पीपीई किट्स को व्यवस्थित किया जाए। उन्होंने एक विशेष टीम गठित करने का आदेश दिया, जो अस्पतालों की इन्वेंट्री की जांच करेगी और जरूरी सुधार सुनिश्चित करेगी।

पिछली सरकार पर तीखा हमला

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने पिछली सरकार की नीतियों पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि 1200 करोड़ रुपये खर्च होने के बावजूद सात अस्पतालों का निर्माण पूरा नहीं किया गया और कई चिकित्सा परियोजनाएं अधर में लटकी रहीं। जीटीबी अस्पताल में भी नया ब्लॉक अधूरा पड़ा है, जिससे मरीजों को असुविधा हो रही है। मुख्यमंत्री ने इस मामले की जांच और लंबित परियोजनाओं की समीक्षा के लिए एक कमेटी बनाने की घोषणा की।

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दिल्ली में लागू होगी आयुष्मान योजना

मुख्यमंत्री ने ऐलान किया कि दिल्ली सरकार जल्द ही केंद्र की आयुष्मान योजना को लागू करेगी, जिससे गरीबों को मुफ्त इलाज मिल सके। उन्होंने कहा कि जीटीबी अस्पताल में प्रतिदिन 6000-8000 मरीज ओपीडी में आते हैं, और इसे और मजबूत किया जाएगा ताकि दिल्ली और आसपास के मरीजों को बेहतर इलाज मिल सके।

नई खरीदारी से पहले संसाधनों का होगा सही इस्तेमाल

मुख्यमंत्री ने अस्पताल प्रशासन को सख्त निर्देश दिए कि नई खरीदारी से पहले मौजूदा संसाधनों का पूरी तरह उपयोग किया जाए। यदि किसी उपकरण की आवश्यकता नहीं है तो उसे दूसरे अस्पतालों में भेजने की व्यवस्था की जाएगी, ताकि इसका सही इस्तेमाल हो सके। उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों को पूरे देश में बेहतरीन बनाने के लिए दिल्ली सरकार पूरी ईमानदारी से काम कर रही है।

मरीजों की देखभाल में लापरवाही करने वालों पर होगी कार्रवाई

निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने मरीजों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं और उन्हें फल वितरित किए। उन्होंने साफ कहा कि मरीजों की देखभाल में किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और लापरवाही करने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी। उन्होंने दिल्ली के सरकारी अस्पतालों को अपग्रेड कर उन्हें विश्वस्तरीय बनाने के अपने संकल्प को दोहराया। मुख्यमंत्री ने कहा कि राजधानी में 24×7 बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना सरकार की प्राथमिकता है और इसके लिए हरसंभव कदम उठाए जाएंगे।

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