India News (इंडिया न्यूज़),Cyber Crime:  दिल्ली में शातिर ठगों के हौसलें लगातार बुलंद होते जा रहे हैं। आए दिन मासूम लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं। फिर एक बार दिल्ली से ठगी का ऐसा हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जिसे जानने के बाद आप लोगों के पैरों तले जमीन खिसक जाएगी। चलिए जानते हैं आखिर पूरा मामला है क्या?

यह है पूरा मामला

दिल्ली पुलिस ने साइबर अपराधों में संलिप्तता के आरोप में बिहार के गया जिले से अनुज कुमार नाम के एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। अनुज पर इंटरनेशनल साइबर क्रिमिनल्स को अवैध सिम कार्ड सप्लाई करने का आरोप है। पुलिस ने अनुज के पास से 5,000 सिम कार्ड और 25 मोबाइल फोन बरामद किए हैं। दिल्ली की एक कंपनी के चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) ने शिकायत दर्ज कराई थी कि किसी व्यक्ति ने कंपनी के निदेशक बनकर उनसे 20 लाख रुपये की ठगी की। जांच के दौरान यह पता चला कि इस ठगी में इस्तेमाल हुए सिम कार्ड अनुज कुमार द्वारा सप्लाई किए गए थे।

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पुलिस जांच और गिरफ्तारी

जिसके बाद साइबर पुलिस ने मोबाइल नंबर और तकनीकी डेटा की मदद से अनुज का पता लगाया। आरोपी को बिहार के गया जिले से गिरफ्तार किया गया। अनुज दक्षिण एशियाई देशों जैसे चीन, कंबोडिया, और अन्य जगहों पर अवैध सिम कार्ड सप्लाई करता था। वह गया जैसे प्रमुख पर्यटन स्थलों पर इंटरनेशनल टूरिस्ट्स को ये सिम कार्ड बेचता था।
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सिम कार्ड का इस्तेमाल

इन सिम कार्ड्स का उपयोग डिजिटल धोखाधड़ी, निवेश के नाम पर ठगी, और अन्य साइबर अपराधों में किया जाता था। आरोपी ने अब तक 1000 से अधिक सिम कार्ड अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सप्लाई किए हैं। अनुज ग्रामीण इलाकों में सिम वेंडिंग कैंप लगाकर बड़ी मात्रा में सिम कार्ड प्राप्त करता था। एक ही पहचान पर 4-5 सिम कार्ड जारी कर अवैध तरीके से उनका उपयोग किया जाता था। गया और नेपाल के माध्यम से ये सिम कार्ड अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहुंचाए जाते थे।

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पुलिस का बयान

अनुज इस नेटवर्क का मास्टरमाइंड था और उसने अवैध सिम कार्ड बेचने के लिए एक सुव्यवस्थित प्रणाली विकसित की थी। बरामद सिम कार्ड्स की संख्या 3400 से अधिक है, और अन्य टेलीकॉम कंपनियों के सिम कार्ड भी जब्त किए गए हैं। मामले की जांच जारी है, और पुलिस अन्य संदिग्धों और नेटवर्क के सहयोगियों का पता लगाने की कोशिश कर रही है। यह मामला साइबर अपराधों के लिए अवैध सिम कार्ड की आपूर्ति के खतरनाक पहलू को उजागर करता है। इससे यह स्पष्ट होता है कि अवैध सिम कार्ड का कारोबार न केवल स्थानीय स्तर पर बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपराध को बढ़ावा देता है।

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