India News (इंडिया न्यूज),Delhi Air Pollution: दिल्ली की हवा में प्रदूषण का स्तर गंभीर बना हुआ है और राहत के आसार फिलहाल दिखाई नहीं दे रहे। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के अनुसार, दिसंबर 2023 तक राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता (AQI) में सुधार के संकेत नहीं हैं।
दिल्ली में साफ हवा में सांस लेना मुश्किल
विशेषज्ञों के अनुसार नए साल तक दिल्ली में साफ हवा में सांस लेना मुश्किल होगा। दिल्ली ने पिछले 443 दिनों में एक भी “अच्छे” वायु गुणवत्ता वाले दिन का अनुभव नहीं किया है। पिछले वर्ष 10 सितंबर को एक्यूआई 45 दर्ज किया गया था, जिसे “अच्छा” माना जाता है। इसके बाद 13 सितंबर 2023 को AQI 52 रहा जो इस साल का सबसे स्वच्छ दिन था। वहीं, हाल ही में 18 नवंबर को AQI 494 के गंभीर प्लस स्तर तक पहुंच गया, जो अत्यधिक प्रदूषण की श्रेणी में आता है।
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बढ़ते प्रदूषण के आंकड़े और उनकी चिंताएं
2023 में दिल्ली का वार्षिक औसत PM2.5 स्तर 100.9 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रहा, जो 2022 की तुलना में 2% और 2020 की तुलना में 6% अधिक है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह स्तर स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा है, क्योंकि अल्ट्राफाइन पार्टिकुलेट मैटर दीर्घकालिक बीमारियों का कारण बन सकता है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति न केवल राजधानी बल्कि पूरे सिंधु-गंगा मैदानी क्षेत्र के लिए चुनौतीपूर्ण है। विशेषज्ञों का मानना है कि वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए दीर्घकालिक योजनाओं की आवश्यकता है।
चेक करें आज का AQI
- अलीपुर- 306
- आनंद विहार- 322
- अशोक विहार- 312
- बवाना- 338
- करणी सिंह स्टेडियम- 296
- जहांगीरपुरी- 329
- मंदिर मार्ग- 285
- मुंडका- 366
- नरेला- 266
- पटपड़गंज- 310
- पंजाबी बाग- 326
- रोहिणी-321
- शादीपुर- 378
- सोनिया विहार- 312
- विवेक विहार- 317
- वजीरपुर- 329
दिल्लीवासियों के लिए आगे भी चुनौती बनी रहेगी
CPCB के अनुसार, 2023 में दिल्ली में “संतोषजनक” दिन केवल 60 रहे, जबकि “खराब” और “बहुत खराब” श्रेणियों में 77 और 67 दिन दर्ज हुए। दिसंबर का औसत AQI 348 पर पहुंच गया, जो 2018 के बाद सबसे खराब है। दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण ने स्पष्ट कर दिया है कि स्वच्छ हवा के लिए नीतिगत और व्यवस्थित उपायों की तत्काल आवश्यकता है।
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