India News (इंडिया न्यूज), Delhi Assembly Election 2025: दिल्ली में बीजेपी विधायक विजेंद्र गुप्ता के नेतृत्व में मंगलवार, 31 दिसंबर को पार्टी के विधायकों ने दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष रामनिवास गोयल के कार्यालय में धरना दिया। जानकारी के अनुसार इन विधायकों ने विधानसभा का विशेष सत्र बुलाकर सीएजी (कैग) की 14 लंबित रिपोर्टों को पेश करने की मांग की।
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कई विभागों का हुआ ऑडिट
बीजेपी विधायकों ने एक ज्ञापन देकर अध्यक्ष से मांग की कि सीएजी द्वारा 2017-18 से 2021-22 तक विभिन्न सरकारी विभागों का ऑडिट किया गया था। इसके अलावा, इन रिपोर्टों को दो साल से सरकार के पास भेजा गया है, लेकिन अभी तक विधानसभा में पेश नहीं किया गया है। देखा जाए तो, यह न केवल विधायकों के संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन है, बल्कि जनता के विश्वास को भी कमजोर करता है, क्योंकि जनता को यह जानने का अधिकार है कि उनके कर का पैसा कहां और कैसे खर्च हो रहा है। ऐसे में, विजेंद्र गुप्ता ने सरकार पर इन रिपोर्टों को जानबूझकर दबाने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार का यह कदम भ्रष्टाचार को छिपाने का प्रयास है।
सियासी हलचल हुई तेज
जानकारी के मुताबिक, यह सरकार की नाकामी और पारदर्शिता के प्रति लापरवाही को दर्शाता है। इसके साथ-साथ धरने में विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता के साथ बीजेपी विधायक मोहन सिंह बिष्ट, ओमप्रकाश शर्मा, अभय वर्मा, अजय महावर, अनिल बजाज और जितेंद्र महाजन शामिल थे। गुप्ता ने कहा कि इससे पहले 19 दिसंबर को भी बीजेपी ने इसी मुद्दे पर एक ज्ञापन सौंपा था, लेकिन सरकार ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की। दूसरी तरफ, बीजेपी ने सरकार पर आरोप लगाया कि वह विधानसभा में रिपोर्ट पेश करने में देरी कर अपनी विफलताओं और भ्रष्टाचार को जनता से छिपाने की कोशिश कर रही है।
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