India News (इंडिया न्यूज), Delhi Assembly Election Result 2025: दिल्ली की मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) की नेता आतिशी मार्लेना (Atishi) ने कालकाजी सीट से बड़ी जीत हासिल की हैं। इस सीट से आतिशी ने भारतीय जनता पार्टी के रमेश विधूड़ी को कड़े मुकाबले में शिकस्त दी है। कालकाजी में जीत के साथ ही AAP ने इस सीट पर अपना दबदबा हमेशा की तरह कायम रखा है। BJP 30 साल से यहां जीत की तलाश में थी और इस बार भी उसे निराशा ही हाथ लगी है, तो वहीं AAP ने यहां साल 2015 और 2020 में जीत हासिल की थी और इस बार हैट्रिक पूरी कर ली।
कैसा था आतिशी की राजनीति का सफर
दिल्ली की सियासत में हमेशा से ही बड़ा फेरबदल देखने को मिलता रहा है। कभी पार्टी में आम सा चेहरा रहीं आतिशी आज दिल्ली की तीसरी मुख्यमंत्री बनकर अपनी एक अगल पहचान बनाई। वैसे राजनीति में आतिशी कोई नया नाम नहीं हैं। AAP जैसे-जैसे फलती-फूलती गई आतिशी के नाम भी सबकी जुबां पर चढ़ता गया।
कौन हैं आतिशी ?
आपका बता दें कि आतिशी का पूरा नाम आतिशी मार्लेना (Atishi Marlena) है। आतिशी का जन्म 8 जून,1981 में दिल्ली में हुआ। पिता विजय कुमार सिंह दिल्ली यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर थे और उनकी मां का नाम त्रिप्ता वाही है। आतिशी ने अपनी स्कूली पढ़ाई दिल्ली के स्प्रिंगडेल स्कूल से की। 2001 में दिल्ली के ही सेंट स्टीफंस कॉलेज में हिस्ट्री में ग्रेजुएशन किया। उन्होंने अपनी आगे शिक्षा यानी की मास्टर्स ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी से किया। वह स्कॉलरशिप पर पढ़ने ऑक्सफोर्ड गईं। पहले मास्टर्स के कुछ ही सालों में उन्होंने शैक्षिक अनुसंधान में रोड्स स्कॉलर के रूप में ऑक्सफ़ोर्ड से ही दूसरी मास्टर की डिग्री हासिल की।
कभी रहीं टीचर, आज दिल्ली की CM
किसे पता था दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर दंपति विजय सिंह और तृप्ता सिंह की घर की लड़की एक दिन दिल्ली की बागडोर संभालेगी। बता दें कि आम आदमी पार्टी में शामिल होने से पहले दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी मध्य प्रदेश के छोटे से गांव में 7 साल तक काम किया करती थी। इसके बाद वह आंध्र प्रदेश के ऋषि वैली स्कूल में हिस्ट्री और इंग्लिश की टीचर भी रहीं।
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कैसी थी आतिशी की लव स्टोरी
प्रवीण कॉलेज के दिनों से ही सामाजिक कार्यों में सबसे आगे रहे। आतिशी और प्रवीण सिंह की पहली मुलाकात दिल्ली में हुई थी। आतिशी और प्रवीण दोनों की मंजिल सामाजिक कार्य ही रही है। इसलिए दोनों की सोच भी काफी मिलती थी। आतिशी और प्रवीण के साथ मिलकर महात्मा गांधी के ग्राम स्वराज के सपने को साकार करने के लिए मध्य प्रदेश में साल 2007 में आतिशी से संपर्क स्थापित किया। इस दौरान दोनों धीरे-धीरे करीब आए और यह रिश्ता शादी में बदल गया। इन दिनों आतिशी के पति प्रवीण सिंह शिक्षाविद और एक रिसर्चर हैं। प्रवीण सद्भावना इंस्टिट्यूट ऑफ पब्लिक पॉलिसी जैसे संस्थानों के साथ जुड़े हुए हैं। उन्होंने IIT दिल्ली और IIM अहमदाबाद से पढ़ाई की है। उन्होंने कई बड़े संस्थानों में काम किया है। वह अमेरिका की कंसल्टेंसी फर्म्स में भी सेवा दे चुके हैं साथ ही वह सामाजिक कार्यों में जुट गए।
राजनीति से कैसे जुड़ी आतिशी
आपको बता दें कि आतिशी आम आदमी पार्टी की स्थापना के समय से ही पार्टी के साथ जुड़ी हैं। AAP ने 2013 में पहली बार दिल्ली का विधानसभा चुनाव लड़ा था और तभी से आतिशी पार्टी की घोषणा पत्र मसौदा समिति की प्रमुख सदस्य के रूप में दिल्ली की जनता के सामने आई और अपनी एक अलग पहचान भी बनाई। इसके बाद आतिशी ने पार्टी में AAP प्रवक्ता के रूप में भी काम किया। 2015 से लेकर 2018 तक दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री रहे मनीष सिसोदिया के सलाहकार के तौर पर भी काम किया और दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पढ़ाई का स्तर सुधारने के लिए कई योजनाओं पर काम किया। पार्टी के गठन के शुरुआती दौर में इसकी नीतियों को आकार देने में भी आतिशी ने अहम भूमिका निभाई है। 2019 के लोकसभा चुनाव में आतिशी को पूर्वी दिल्ली से पार्टी का उम्मीदवार बनाया गया था, लेकिन इस मुकाबले में BJP के प्रत्याशी गौतम गंभीर से आतिशी 4.77 लाख मतों से हार गईं।
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ऐसा रहा आतिशी का राजनीति सफर
इसके बाद आतिशी ने 2020 के दिल्ली चुनाव में उन्होंने कालकाजी से चुनाव लड़ने का फैसला लिया और बीजेपी प्रत्याशी धर्मवीर सिंह को 11 हजार से अधिक वोट से धुल चटाई। इसके बाद आतिशी का सियासी ग्राफ तेजी से बढ़ता चला गया। 2020 के चुनाव के बाद उन्हें आम आदमी पार्टी की गोवा इकाई का प्रभारी बनाया गया। केजरीवाल ने गिरफ्तारी का संकट मंडराने से पहले अपनी कैबिनेट में फेरबदल किया और 9 मार्च, 2023 को आतिशी को कैबिनेट मंत्री पद की शपथ दिलाई गई। दिल्ली शराब घोटाले में मनीष सिसोदिया और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद आतिशी की एक अनोखी भूमिका सामने आई। केजरीवाल के इस्तीफे के बाद आतिशी के नाम की चर्चा तेज हो गई और आज वो दिल्ली की मुख्यमंत्री हैं।