India News (इंडिया न्यूज़),Delhi CAG Report: दिल्ली की स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाल स्थिति को लेकर नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) की रिपोर्ट में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, राजधानी के अस्पतालों और मोहल्ला क्लीनिकों में बुनियादी सुविधाओं की भारी कमी पाई गई है, जिससे मरीजों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. पंकज सिंह ने इस रिपोर्ट पर गहरी चिंता जताई और आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार पर स्वास्थ्य सेवाओं की अनदेखी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार की लापरवाही के कारण राजधानी की स्वास्थ्य सुविधाएं चरमरा गईं, जिससे दिल्लीवासियों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ हुआ है।

मोहल्ला क्लीनिक और अस्पतालों में सुविधाओं का टोटा

कैग की रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली में निरीक्षण किए गए 218 मोहल्ला क्लीनिकों में से 41 में डॉक्टरों की भारी कमी पाई गई। यहां तक कि स्टाफ की अनुपलब्धता के कारण ये क्लीनिक महीने में 15 से 23 दिन तक बंद रहे। कई क्लीनिकों में बिजली, पानी, शौचालय और मरीजों के लिए बुनियादी जांच सुविधाएं भी नहीं थीं। वहीं, अस्पतालों में बेड की भारी कमी उजागर हुई है। रिपोर्ट में बताया गया कि 2016-17 से 2020-21 के बीच दिल्ली सरकार ने 32,000 नए बेड जोड़ने का वादा किया था, लेकिन केवल 1,357 बेड ही जोड़े गए, जो कुल लक्ष्य का महज 4.24 प्रतिशत है। कई अस्पतालों में बेड ऑक्यूपेंसी 101 प्रतिशत से 189 प्रतिशत तक रही, जिससे मरीजों को फर्श पर इलाज कराने को मजबूर होना पड़ा।

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कोविड-19 फंड के उपयोग पर सवाल

कैग की रिपोर्ट में यह भी खुलासा हुआ कि केंद्र सरकार द्वारा दिल्ली को महामारी से निपटने के लिए जारी किए गए 787.91 करोड़ रुपये में से केवल 582.84 करोड़ रुपये का ही उपयोग किया गया। इससे कोविड-19 के दौरान आवश्यक संसाधनों की भारी कमी बनी रही और मरीजों को पर्याप्त चिकित्सा सुविधाएं नहीं मिल सकीं।

स्वास्थ्य मंत्री ने दिया सुधार का भरोसा

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. पंकज सिंह ने रिपोर्ट पर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में मौजूदा सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को विश्व स्तरीय बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत अस्पताल सूचना प्रबंधन प्रणाली (एचआईएमएस) लागू की जाएगी, जिससे हर मरीज को एक विशिष्ट पहचान संख्या मिलेगी और उसका मेडिकल रिकॉर्ड डिजिटल रूप में सुरक्षित रहेगा। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत करने के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं ताकि दिल्लीवासियों को सस्ती, सुलभ और गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवाएं मिल सकें।

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