India News Delhi (इंडिया न्यूज़), Delhi CM oath-taking ceremony: दिल्ली विधानसभा चुनाव में शानदार जीत के बाद भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) ने आगामी कैबिनेट के लिए अपने मंत्री पदों की घोषणा की है। गुरुवार को होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में भाजपा के कई प्रमुख नेता मंत्री पद की शपथ लेंगे। इन नेताओं में प्रवेश वर्मा, आशीष सूद, मनजिंदर सिंह सिरसा, कपिल मिश्रा, रविंद्र इंद्रराज और पंकज सिंह का नाम प्रमुख रूप से शामिल है। इन नेताओं के शपथ ग्रहण के बाद, दिल्ली में भाजपा की सरकार और मजबूत दिखाई देगी।

मनजिंदर सिंह सिरसा

मनजिंदर सिंह सिरसा, जो राजौरी गार्डन विधानसभा क्षेत्र से विधायक बने हैं, भाजपा के उन नेताओं में से एक हैं जिनकी न सिर्फ दिल्ली, बल्कि पूरे पंजाब और हरियाणा में भी एक मजबूत राजनीतिक पहचान है। सिरसा ने आम आदमी पार्टी (आप) के उम्मीदवार धनवंती चंदेला को 18 हजार से अधिक वोटों से हराया और 64,132 वोटों के साथ अपनी जीत सुनिश्चित की। सिरसा का जन्म 28 फरवरी 1972 को हरियाणा के सिरसा जिले में हुआ था। उनकी राजनीतिक यात्रा शिरोमणि अकाली दल से शुरू हुई थी, लेकिन 2021 में उन्होंने शिरोमणि अकाली दल से इस्तीफा दिया और भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) में शामिल हो गए। सिरसा भाजपा के राष्ट्रीय सचिव के रूप में कार्यरत हैं और दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष भी रह चुके हैं।

रविंद्र इंद्रराज

रविंद्र इंद्रराज, जो बवाना सीट से विधायक बने हैं, भाजपा के अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य भी हैं। इंद्रराज ने आम आदमी पार्टी के विधायक जय भगवान उपकार को 31 हजार से अधिक वोटों से हराया। पेशे से बिजनेसमैन इंद्रराज की छवि एक साफ-सुथरे नेता के रूप में है। उनके खिलाफ कोई आपराधिक मुकदमा नहीं है, और वे लंबे समय से दलित समुदाय के मुद्दों पर काम कर रहे हैं। इंद्रराज को मंत्री बनाने का फैसला भाजपा के लिए कई दृष्टिकोण से फायदेमंद माना जा रहा है। जहां एक ओर यह निर्णय दलितों को साधने की कोशिश है, वहीं दूसरी ओर, यह दिल्ली देहात के वोट बैंक को भी संतुष्ट करने का प्रयास है।

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कपिल मिश्रा

भाजपा के एक प्रमुख नेता हैं। उनका जन्म 13 नवंबर 1980 को दिल्ली में हुआ था। कपिल मिश्रा का राजनीतिक करियर आम आदमी पार्टी से शुरू हुआ था। 2015 में उन्होंने दिल्ली विधानसभा चुनाव में करावल नगर से जीत दर्ज की और जल संसाधन मंत्री के रूप में कार्य किया। हालांकि, भ्रष्टाचार के आरोप लगाने के बाद उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया गया था। इसके बाद, कपिल मिश्रा ने 2019 में भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) जॉइन की और पार्टी के विभिन्न अभियानों में सक्रिय भूमिका निभाई। 2023 में उन्हें दिल्ली भाजपा का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया। उनकी सख्त छवि और राजनीतिक गतिविधियों ने उन्हें दिल्ली में एक प्रमुख नेता बना दिया है।

पंकज कुमार सिंह

पंकज कुमार सिंह, जो अब तक दिल्ली नगर निगम में कई जिम्मेदारियां निभा चुके हैं, पहली बार विधायक बने हैं। उनका राजनीतिक करियर उनके पिता, स्वर्गीय राजा मोहन सिंह से प्रेरित है, जो एमसीडी के पूर्व कमिश्नर रहे थे। पंकज ने आम आदमी पार्टी के महेंद्र याव को 12,876 वोटों से हराया और अब वे मंत्री बनने जा रहे हैं। भाजपा इस कदम से पूर्वांचली वोट बैंक को मजबूत करने की योजना बना रही है।

प्रवेश वर्मा

दिल्ली विधानसभा चुनाव में अपने कड़ा संघर्ष और जीत के साथ, प्रवेश वर्मा ने दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को हराया। उनका राजनीतिक सफर 2013 में भारतीय जनता पार्टी से शुरू हुआ था। प्रवेश वर्मा का जन्म 7 नवंबर 1977 को दिल्ली में हुआ था और वे दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय साहिब सिंह वर्मा के बेटे हैं।
वर्मा का राजनीतिक करियर एक दिलचस्प यात्रा है, जिसमें उन्होंने 2013 में महरौली विधानसभा सीट से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता योगानंद शास्त्री को हराया था। 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में उन्होंने पश्चिमी दिल्ली से जीत दर्ज की, जिससे उनकी राजनीतिक छवि मजबूत हुई। अब, दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में केजरीवाल को हराकर भाजपा को मजबूत करने में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

आशीष सूद

आशीष सूद, जो जनकपुरी विधानसभा सीट से विधायक बने हैं, एक महत्वपूर्ण नेता के रूप में उभरकर सामने आए हैं। सूद पंजाबी समुदाय से आते हैं और भारतीय जनता युवा मोर्चा में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रह चुके हैं। 2008 में वह दिल्ली भाजपा में सचिव बने थे और 2013 में उन्हें दिल्ली भाजपा का उपाध्यक्ष भी बनाया गया था। उन्होंने अपनी जीत के बाद कहा कि उनका लक्ष्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी को पूरा करना है।

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में भाजपा की ऐतिहासिक जीत के बाद, मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले इन नेताओं के नाम पार्टी के राजनीतिक दृष्टिकोण को स्पष्ट करते हैं। भाजपा ने इन नेताओं को मंत्री बनाकर विभिन्न समुदायों और क्षेत्रों को संतुष्ट करने की कोशिश की है, ताकि दिल्ली में भाजपा की पकड़ और मजबूत हो सके।

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