India News (इंडिया न्यूज),Delhi CM Rekha Gupta: दिल्ली की नई मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने अपनी कैबिनेट का गठन हर वर्ग और अलग-अलग व्यवसायिक पृष्ठभूमि को ध्यान में रखकर किया है। उनकी कैबिनेट में उद्योगपति, डॉक्टर, अधिवक्ता, सिख, पंजाबी, अनुसूचित जाति, अन्य पिछड़ा वर्ग और जाट समाज से जुड़े मंत्री शामिल हैं।

महिलाओं और वैश्य समाज का प्रतिनिधित्व कर रही हैं CM

मुख्यमंत्री स्वयं महिलाओं और वैश्य समाज का प्रतिनिधित्व कर रही हैं, जबकि प्रवेश साहिब सिंह जाट और ओबीसी समुदाय से आते हैं। मंत्रिमंडल में पहली बार दो मंत्री ऐसे हैं जो पूर्वांचल से संबंध रखते हैं। वहीं, पिछली केजरीवाल सरकार में शुरुआत के सात वर्षों तक महिला मंत्री नहीं थी, हालांकि बाद में आतिशी को मंत्री बनाया गया और वह मुख्यमंत्री भी बनी थीं। इस बार कैबिनेट में मुस्लिम समाज से कोई प्रतिनिधि नहीं है क्योंकि सत्तारूढ़ दल से कोई भी मुस्लिम विधायक चुनाव नहीं जीत पाया।

कौन है सबसे अमीर और सबसे कम संपत्ति वाले मंत्री?

रेखा गुप्ता की कैबिनेट में सबसे अमीर मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा हैं, जिनके पास 248 करोड़ रुपये की संपत्ति है। दूसरी ओर, सबसे कम संपत्ति वाले मंत्री कपिल मिश्रा हैं, जिनकी कुल संपत्ति 1.06 करोड़ रुपये है। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) की रिपोर्ट के अनुसार, कैबिनेट मंत्रियों की औसत संपत्ति 56.03 करोड़ रुपये है।

मंत्रियों पर आपराधिक मामले भी दर्ज

कैबिनेट में मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और मंत्री रविंद्र इंद्रराज को छोड़कर बाकी सभी मंत्रियों पर आपराधिक या गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। यह रिपोर्ट एडीआर द्वारा जारी की गई है, जो राजनीति में पारदर्शिता और स्वच्छता को लेकर काम करती है।

दिल्ली की नई सरकार से व्यापारियों को क्या हैं उम्मीदें? नेशनल अकाली दल ने AAP पर लगाया ये बड़ा आरोप

कैबिनेट मंत्रियों की औसत उम्र और अन्य जानकारी

रेखा गुप्ता की कैबिनेट में मंत्रियों की औसत उम्र 41 से 50 वर्ष के बीच है, जबकि दो मंत्री ऐसे हैं जिनकी उम्र 51 से 60 वर्ष के बीच है। इसमें डॉ. पंकज कुमार सिंह दंत चिकित्सक हैं, जो स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़े पहले ऐसे मंत्री हैं।

विजेंद्र गुप्ता बनेंगे विधानसभा अध्यक्ष

विधानसभा के नए अध्यक्ष के रूप में विजेंद्र गुप्ता का नाम तय हो चुका है। गुप्ता ने स्वयं इसकी पुष्टि की है। विपक्ष के नेता के रूप में उन्होंने पिछले एक दशक में कई बार सरकार के खिलाफ आवाज उठाई और उन्हें विधानसभा से निष्कासित भी किया गया। अब वह सदन में कैग रिपोर्ट पेश करने की बात कह रहे हैं, ताकि जनता के सामने सच्चाई आ सके। वहीं, मुस्तफाबाद से नवनिर्वाचित विधायक मोहन सिंह बिष्ट को विधानसभा का उपाध्यक्ष बनाए जाने की चर्चा जोरों पर है।

Delhi Weather: दिल्ली में बदल रहा है मौसम का मिजाज, IMD ने जारी किया अलर्ट