India News (इंडिया न्यूज), Delhi CCTV: अरविंद केजरीवाल सत्ता से बाहर हो गए हैं और अब रेखा गुप्ता ने बीजेपी की सरकार बना ली है। उन्होंने आते ही आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार के पुराने फैसलों की बखिया उधेड़नी शुरू कर दी है। रेखा सरकार ने अब देश की राजधानी में लगवाए गए CCTV कैमरे खंगालने का आदेश दिया है। दिल्ली भर में केजरीवाल के आदेश पर पीडब्लूडी ने 2.6 लाख से ज्यादा CCTV लगवाए थे। कैमरों के मामले में जांच से पहले ही सीएम रेखा ने केजरीवाल की एक मनमानी पकड़ ली है, जिसकी वजह से दिल्ली की पूर्व सरकार पर बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं।
किस बात पर Arvind Kejriwal पर उठे सवाल?
दिल्ली में अब केजरीवाल सरकार द्वारा लगाए गए हर एक कैमरे की जांच की जाएगी। AAP सरकार के दौरान करीब 2.63 लाख से ज्यादा CCTV कैमरे लगाए गए थे, जिसे लेकर PWD अधिकारियों का जांच के आदेश दिए गए है। सीएम रेखा ने ये आदेश पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रदेश वर्मा के उस स्टेटमेंट के बाद दिए गए हैं, जिसमें उन्होंने AAP सरकार की गलती पकड़ते सवाल उठाया था कि ‘उन 8 विधानसभा क्षेत्रों में सीसीटीवी कैमरे क्यों नहीं लगे, जहां भाजपा के विधायक थे’? सीएम रेखा ने इन कैमरों का फिजिकल वैरिफिकेशन करके इनके फंक्शनल स्टेटस के बारे में भी ऑडिट रिपोर्ट मांगी है।
कब आएगी CCTV कैमरों की रिपोर्ट?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक लाखों कैमरों के इस ऑडिट के लिए प्राइवेट फर्म की मदद ली जाएगी। जो CCTV फीड के डेटा को भी जांचेंगे। इसके बाद पूरी रिपोर्ट तैयार की जाएगी। दावा किया जा रहा है कि ऑडिट के लिए प्राइवेट IT फर्म की तलाश की जा रही है और इसके बाद 2 महीनों में ये रिपोर्ट तैयार की जाएगी। इसके अलावा उन 8 विधानसभा क्षेत्रों में भी कैमरे लगाए जाएंगे, जिन्हें केजरीवाल सरकार ने इग्नोर कर दिया था।