India News (इंडिया न्यूज), Delhi Factory Raid: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने बवाना के सेक्टर-2 औद्योगिक क्षेत्र में चल रही एक अवैध फैक्ट्री पर छापा मारकर नकली सिरप और प्रतिबंधित दवाओं के निर्माण का पर्दाफाश किया है। बता दें, पुलिस ने सरगना समेत तीन तस्करों को गिरफ्तार किया है। पुलिस को गुप्त सुत्रों से भी कई जानकारियां मिलती जा रही थी।

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फैक्ट्री में बनाई जाती थीं नशीली दवाएं

जानकारी के अनुसार, इस फैक्ट्री से एक करोड़ रुपये की अल्फ्राजोलम टैबलेट, ट्राइप्रोलिडाइन हाइड्रोकोराइड और कोडीन फास्फेट सिरप जैसे प्रतिबंधित पदार्थ जब्त किए गए। कोडीन खांसी की दवा है, लेकिन इसका इस्तेमाल नशे के लिए किया जा रहा था। इसके अलावा, अल्फ्राजोलम टैबलेट दर्द निवारक दवा है, जिसे अत्यधिक मात्रा में लेने पर नशे के लिए उपयोग किया जाता है। कड़ी पूछताछ के बाद पता चला कि ये गैंग फर्जी विनिर्माण लाइसेंस नंबर और ब्रांड नेम “डा. जस्ट” का इस्तेमाल कर रहे थे।

जानें कैसे चलता था गिरोह?

एक्शन लेते हुए दिल्ली पुलिस ने छापेमारी कर ये बड़ा खुलासा किया है। ऐसे में, गिरोह का सरगना समालुद्दीन उर्फ सादिक था, जो एक साल से इस फैक्ट्री को किराए पर लेकर नकली सिरप बना रहा था। यह गिरोह उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा और दिल्ली तक फैला हुआ था। बताया गया है कि, आरोपित उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड से दवाओं की खेप मंगवाकर ड्रग्स तस्करों और दवा विक्रेताओं को ऊंचे दाम पर बेचते थे। ये गिरोह सिरप के लेबल, बैच नंबर और क्यूआर कोड भी नकली पाए गए। फैक्ट्री से सिरप तैयार करने की मशीन, सिलेंडर और गैस स्टोव सहित कई उपकरण बरामद किए गए हैं।

तीन तस्कर हुए गिरफ्तार

जानकारी ले मुताबिक, क्राइम ब्रांच के विशेष आयुक्त देवेश चंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि समालुद्दीन के अलावा सलमान और गुलजार को भी गिरफ्तार किया गया है। फिलहाल, सख्त कार्रवाई की शुरुआत हो चुकी है। गुप्त सूचना के आधार पर 25 दिसंबर को पुलिस ने चार्जशीट फाइल कर दी कर दी। पुलिस अब इस गिरोह के अन्य नेटवर्क की जांच में जुटी है।

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