India News Delhi (इंडिया न्यूज़), Delhi Liquor Scam: दिल्ली विधानसभा में पेश हुई कैग (कंट्रोलर एंड ऑडिटर जनरल) की रिपोर्ट के बाद शराब नीति को लेकर सियासी घमासान तेज हो गया है। इस रिपोर्ट पर बीजेपी और कांग्रेस दोनों ने आम आदमी पार्टी (AAP) पर आरोपों की झड़ी लगाई है। कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने इस मामले में गहरी प्रतिक्रिया दी है और शराब नीति को मंजूरी देने में शामिल सभी व्यक्तियों की जांच की मांग की है।
उपराज्यपाल की भूमिका संदिग्ध
दिल्ली कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने कहा कि तत्कालीन उपराज्यपाल की भूमिका भी संदेहास्पद है। उन्होंने सवाल उठाया कि जब आबकारी नीति बन रही थी, तब तीन कमिश्नर क्यों बदले गए? इसके अलावा, शराब के नए ब्रांड को बढ़ावा देने के पीछे की वजह और जिन जगहों पर शराब के ठेके नहीं खोले जा सकते थे, वहां क्यों खोले गए, यह सभी जांच का विषय है।
संदीप दीक्षित ने उठाए गंभीर सवाल
कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने आरोप लगाया कि नई शराब नीति के तहत बार-बार व्यक्तिगत लाभ के लिए बदलाव किए गए। उन्होंने कहा कि नीति के कारण 40 प्रतिशत राजस्व का नुकसान हुआ। इसके अलावा, दीक्षित ने यह भी कहा कि एक व्यापारी को 54 दुकानें अलॉट करने का कारण भी नीति में बदलाव से जुड़ा हुआ है, जबकि पहले एक व्यापारी को केवल दो दुकानें दी जाती थीं। संदीप दीक्षित ने यह भी कहा कि जिन शराब ब्रांडों को दिल्ली में बढ़ावा दिया गया, वे सभी पंजाब में बनते थे, जहां आम आदमी पार्टी की सरकार थी। यह एक सोची-समझी साजिश का हिस्सा है, जो नीति के बदलावों को स्पष्ट करता है।
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