India News(इंडिया न्यूज़),Delhi Metro Golden Line: दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) ने फेज-IV के तहत एक और बड़ी सफलता हासिल की है। तुगलकाबाद-एयरोसिटी कॉरिडोर के किशनगढ़ और वसंत कुंज स्टेशनों के बीच 1550 मीटर लंबी भूमिगत सुरंग का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है। गुरुवार (6 मार्च) को इस परियोजना के तहत टनल बोरिंग मशीन ने वसंत कुंज मेट्रो स्टेशन पर सफलतापूर्वक ब्रेकथ्रू किया, जिससे इस महत्वपूर्ण परियोजना को एक नया मुकाम मिला। इस ऐतिहासिक अवसर पर केंद्रीय आवासन और शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल और राज्य मंत्री तोखन साहू भी मौजूद रहे।
अत्याधुनिक तकनीक से हुआ निर्माण
टनल निर्माण के लिए 91 मीटर लंबी आधुनिक टनल बोरिंग मशीन का उपयोग किया गया, जो लगभग 23 मीटर की गहराई पर कार्यरत थी। इस प्रक्रिया में 1107 प्रीकास्ट कंक्रीट रिंग लगाए गए हैं और इस सुरंग का व्यास 5.8 मीटर है। निर्माण कार्य को अर्थ प्रेशर बैलेंसिंग मेथड (EPBM) तकनीक से पूरा किया गया, जिससे खुदाई के दौरान मिट्टी की स्थिरता बनी रही। यह कार्य 30 अक्टूबर 2023 को शुरू किया गया था और इसके दौरान कई भूगर्भीय और तकनीकी चुनौतियों का सामना करना पड़ा। हालांकि, DMRC ने सुरक्षा मानकों का पूरी तरह से पालन किया और विशेष उपकरणों के जरिए जमीन की हलचल पर लगातार नजर रखी गई।
दिल्ली मेट्रो के फेज-IV का तेजी से विस्तार
DMRC फेज-IV के तहत कुल 40.109 किलोमीटर भूमिगत मेट्रो लाइनों का निर्माण कर रहा है, जिसमें से तुगलकाबाद-एरोसिटी कॉरिडोर का 19.343 किलोमीटर हिस्सा अंडरग्राउंड होगा। इस परियोजना के तहत समानांतर दूसरी सुरंग का निर्माण कार्य जून 2025 तक पूरा होने की उम्मीद है। दिल्ली मेट्रो ने पहले भी फेज-I से लेकर फेज-III तक टनल बोरिंग मशीन तकनीक का सफल उपयोग किया है। खासकर फेज-III में लगभग 50 किलोमीटर भूमिगत सेक्शन के लिए 30 टनल बोरिंग मशीनों का इस्तेमाल किया गया था।
गोल्डन लाइन से यात्रियों को मिलेगा लाभ
गोल्डन लाइन के तहत हो रहा यह निर्माण कार्य दिल्ली के लोगों के लिए सुगम और तेज यात्रा का रास्ता खोल रहा है। इस सुरंग के पूरा होने से दक्षिणी दिल्ली से एरोसिटी तक कनेक्टिविटी बेहतर होगी और मेट्रो यात्रियों को अधिक सुविधाजनक सफर मिल सकेगा। भविष्य में इस लाइन के अन्य हिस्सों पर भी तेजी से काम किया जाएगा, जिससे दिल्ली मेट्रो के विस्तार को और अधिक गति मिलेगी।