India News (इंडिया न्यूज), Delhi News: दिल्ली में महिला सम्मान योजना को लेकर विवाद बढ़ता ही जा रहा है। जानकारी के मुताबिक, उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने इस योजना की जांच के आदेश दिए हैं और दिल्ली के मुख्य सचिव को निर्देश दिया है कि मामले की गहन जांच कर कानून के अनुसार कार्रवाई की जाए। वहीं जांच के आदेश आ जाने पर आम आदमी पार्टी ने इन आदेशों पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। सियासी पारा इस मुद्दे पर गर्मा गया है।
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महिला सम्मान योजना पर उठे गंभीर सवाल
बता दें, दिल्ली सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग ने पहले ही विज्ञापन जारी कर लोगों को सतर्क किया था। विभाग ने स्पष्ट किया था कि महिला सम्मान योजना नाम की कोई योजना अधिसूचित नहीं है। साथ ही, लोगों को अपनी निजी जानकारी साझा करने से बचने की सलाह दी गई थी। फिलहाल, उपराज्यपाल के आदेशों पर आप ने पलटवार करते हुए कहा कि यह आदेश एलजी ऑफिस से नहीं, बल्कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के कार्यालय से आया है। इसके अलावा, ये भी कहा जा रहा है कि, AAP का आरोप है कि भाजपा महिलाओं का सम्मान नहीं करती और दिल्ली चुनाव में हारने के डर से इस योजना को रोकने का प्रयास कर रही है।
भाजपा के इरादों पर सवाल
ऐसे में, AAP ने पलटवार करते हुए ये कहा कि महिला सम्मान योजना को महिलाओं का भारी समर्थन मिल रहा है, जिसमें अब तक 22 लाख से अधिक महिलाओं ने इस योजना के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है। पार्टी ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि दिल्ली की महिलाओं को सशक्त करने की इस योजना को रोकने का प्रयास केवल भाजपा की महिला विरोधी मानसिकता को दर्शाता है। ऐसे में, महिला सम्मान योजना को लेकर भाजपा और आप के बीच राजनीतिक खींचतान तेज हो गई है।