India News (इंडिया न्यूज़), Delhi News: कौन बनेगा दिल्ली का मुख्यमंत्री? के साथ अब कौन कौन बनेगा दिल्ली में उप मुख्यमंत्री ?भी जुड़ गया है। भारतीय जनता पार्टी के सूत्रो की माने तो दिल्ली में अब भाजपा एक मुख्यमंत्री के साथ दो उप मुख्यमंत्री भी बनाने पर विचार कर रही है। ऐसा भाजपा जाति समीकरण को साधने के लिए कर रही है। दिल्ली में भाजपा पंजाबी,दलित,वैश्य, जाट,पूर्वांचली और सिक्खों को प्रतिनिधित्व देने पर विचार कर रही हैं। कल देर शाम तक प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक में भी दिल्ली में नेताओ के नाम के साथ साथ जाति समीकरणों को साधने की भी बात हुई थी। आज भी सुबह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ हुई मुलाकात में एक मुख्यमंत्री और दो उप मुख्यमंत्री के नाम पर चर्चा हुई।
सूत्रो की माने तो मध्य प्रदेश,राजस्थान,छत्तीसगढ़ ,उत्तर प्रदेश की तरह दिल्ली में भी एक मुख्यमंत्री और दो उप मुख्यमंत्री बनाए जाने पर विचार हो रहा है। भाजपा सूत्रो की माने तो दिल्ली में भाजपा के जीत का परचम लहराने में बड़ी भूमिका दिल्ली के पूर्वांचली,पंजाबी,वैश्य, जाट और सिक्खों की रही है अब इन जातियों से जीते हुए विधायकों के नामों पर विचार हो रहा है।
एक मुख्यमंत्री,दो उप मुख्यमंत्री कौन?
एक मुख्यमंत्री,दो उप मुख्यमंत्री, विधानसभा स्पीकर जैसे चार पद इन चार जातियों के प्रतिनिधियों को देने पर विचार हो रहा है। प्रवेश वर्मा का दावा काफी मजबूत है उन्होंने अरविंद केजरीवाल को चुनाव हराया है उनको केजरीवाल के सामने विधानसभा चुनाव लड़ाने की योजना काफी पहले ही बना ली गई थी इसी के चलते प्रवेश वर्मा को लोकसभा का टिकट नहीं देकर विधानसभा लड़ाया गया। उनकी सरकार कोठी भी खाली नहीं कराई गई थी। प्रवेश वर्मा पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के बेटे है तो दिल्ली में जाट समुदाय का प्रतिनिधित्व भी करते है।
दिल्ली में इस बार भाजपा के सिक्ख नेता भी आगे
दिल्ली में इस बार भाजपा के सिक्ख नेता मनजिंदर सिंह सिरसा,तरविंदर सिंह मारवाह और अरविंदर सिंह लवली भी चुनाव जीत कर आए है इनमें से किसी एक सिक्ख नेता को बड़ा पद दिया जा सकता है।दिल्ली से पंजाब को भी संदेश देने की कोशिश की जाएगी इस आधार पर मनजिंदर सिंह सिरसा का दावा काफी मजबूत है। इसी वर्ष अक्टूबर नवंबर में बिहार में विधानसभा चुनाव होना है लिहाजा पूर्वांचल के नेता को भी बड़ा पद दिया जाना तय है।दिल्ली में पूर्वांचलियों में मनोज तिवारी सबसे बड़े नेता है लगातार तीन बार लोकसभा चुनाव दिल्ली में जीत कर रेकॉर्ड भी बनाया है।
आशीष सूद का नाम भी सामने
दिल्ली के पंजाबियों पर पकड़ कायम रखने के लिए आशीष सूद का नाम भी सामने आ रहा है जो केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के करीबी है और जम्मू कश्मीर के सह प्रभारी भी है। इसके अलावा करनैल सिंह का नाम भी काफी मजबूत माना जा रहा है जो आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत के काफी करीबी है तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भी निजी मित्र है।करनैल सिंह को अमेरिका से दिल्ली लाकर चुनाव लड़ाने का काम भी प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने ही किया था। करनैल सिंह इसके पहले यूएस भाजपा के अध्यक्ष रह चुके है ओवरसीज भाजपा के भी अध्यक्ष रहे हैं। 2014 से लेकर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के जितने भी अमेरिका दौरे हुए हैं उनमें करनैल सिंह को नरेंद्र मोदी साथ में रखते थे। दिल्ली का वैश्य समाज भी भाजपा का बड़ा वोटबैंक रहा है विजेंद्र गुप्ता का नाम वैश्य नेताओ में सबसे ऊपर माना जा रहा है।