India News (इंडिया न्यूज़), Delhi News: दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) ने उत्तर पश्चिमी दिल्ली के मुखर्जी नगर में सिग्नेचर व्यू अपार्टमेंट में रहने वाले लोगों के अपार्टमेंट को खाली करने का नोटिस जारी किया है। बता दें कि इसे मानव निवास के लिए अयोग्य घोषित करते हुए सोसायटी को खाली करने के लिए कहा गया है।
18 दिसंबर को जारी किए गए नोटिस में कहा कि सोसायटी खतरनाक और लोगों के रहने लायक नहीं है और निवासियों को इसे सात दिनों में खाली कर देना चाहिए।
वहीं, रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन (आरडब्ल्यूए) ने कहा कि वे खाली करने के लिए तैयार हैं, बशर्ते कि नए फ्लैटों का पुनर्निर्माण होने तक उन्हें प्राधिकरण द्वारा किराए का भुगतान किया जाए।
एलजी ने दिया था 12 टावर तोड़ने के आदेश
बता दें किएक हादसे के बाद और लोगों की लगातार शिकायतों पर आईआईटी दिल्ली और श्रीराम लैब की टीम को यहां के सभी टावरों की जांच की जिम्मेदारी दी गई थी। आईआईटी दिल्ली की टीम ने इन सभी टावरों को असुरक्षित घोषित कर दिया है। यह अनुशंसा की गई कि उन्हें यथाशीघ्र खाली कराया जाए और ध्वस्त किया जाए।
वहीं, इन्हें जिसके बाद अब इसे नोएडा के ट्विन टावर्स की तर्ज पर तोड़ने की तैयारी की जा रही है। सिग्नेचर व्यू टावर का पुनर्निर्माण गुणवत्ता मानकों को ध्यान में रखते हुए किया जाएगा। यहां बता दें कि लोगों की शिकायत पर एलजी विनय कुमार सक्सेना ने डीडीए को सभी 12 टावर तोड़ने का आदेश दिया है। जो कंपनी इन टावरों को तोड़ेगी वही इनका निर्माण भी करेगी। इसके लिए कंपनी का चयन भी कर लिया गया है।
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