India News (इंडिया न्यूज),Delhi Politics: दिल्ली में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। चंद्रशेखर आजाद की पार्टी आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) को बड़ा झटका लगा है। उनकी लोकसभा प्रत्याशी बबीता यादव ने अपने समर्थकों के साथ कांग्रेस का दामन थाम लिया।

‘दिल्ली-न्याय यात्रा’ से प्रभावित होकर लिया फैसला

दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव की अगुवाई में चल रही ‘दिल्ली-न्याय यात्रा’ से प्रभावित होकर बबीता यादव ने यह फैसला लिया। बबीता यादव, जो दिल्ली विश्वविद्यालय से लॉ ग्रैजुएट हैं। बबीता यादव को आजाद समाज पार्टी ने उत्तर-पूर्व दिल्ली से लोकसभा चुनाव का टिकट दिया था। हालांकि, उन्हें इस चुनाव में बेहद कम वोट मिले थे। इस सीट से बीजेपी के मनोज तिवारी ने जीत हासिल की थी। कांग्रेस में बबीता के शामिल होने को पार्टी की रणनीतिक सफलता के रूप में देखा जा रहा है।

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नेताओं के पाला बदलने का सिलसिला जारी

दिल्ली में चुनावी माहौल के साथ राजनीतिक दलों के बीच नेताओं को अपनी ओर खींचने की होड़ मची है। हाल ही में बीजेपी के पूर्व विधायक अनिल झा ने आम आदमी पार्टी का साथ लिया। दूसरी ओर, केजरीवाल के करीबी माने जाने वाले कैलाश गहलोत ने पार्टी छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया। इन घटनाओं से सभी प्रमुख पार्टियों के लिए चुनौतियां बढ़ गई हैं।

कांग्रेस की नई पहल- नारी न्याय दिवस

इसी बीच, कांग्रेस ने इंदिरा गांधी की जयंती पर नारी न्याय दिवस मनाने का निर्णय लिया। इसकी शुरुआत विश्वास नगर के स्वर्ण सिनेमा चौक से हुई। कांग्रेस इस आयोजन के जरिए महिला अधिकारों और न्याय की आवाज बुलंद कर रही है।

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