India News(इंडिया न्यूज़),Delhi Slum News: दिल्ली की झुग्गी बस्तियों के पुनर्वास के लिए दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) ने एक नई योजना बनाई है, जिसके तहत 19 झुग्गी बस्तियों का कायाकल्प किया जाएगा। इस परियोजना का आकलन करने के लिए अर्नेस्ट एंड यंग नामक निजी फर्म को जिम्मेदारी सौंपी गई है, जो अगले सात महीने में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।
झुग्गीवासियों के लिए बनेगा नया ठिकाना
इस योजना के तहत दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में फैली झुग्गी बस्तियों के पुनर्वास पर ध्यान दिया जाएगा। अशोक विहार में झुग्गीवासियों के लिए पहले ही नए फ्लैट बनाए जा चुके हैं। रिपोर्ट के अनुसार, डीडीए ने 13 दिसंबर 2023 को इस परियोजना की व्यवहार्यता मूल्यांकन और डेवलपर्स की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए अर्नेस्ट एंड यंग को कॉन्ट्रैक्ट जारी किया था। इस योजना के तहत 26,438 घरों वाले 19 झुग्गी-झोपड़ी क्लस्टर्स का आकलन किया जाएगा।
चुनाव में रहा था बड़ा मुद्दा
दिल्ली में झुग्गीवासियों के पुनर्वास का मुद्दा लंबे समय से राजनीतिक बहस का हिस्सा रहा है। विधानसभा चुनाव के दौरान इसे भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने जोरशोर से उठाया था। चुनाव परिणाम के बाद बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने झुग्गीवासियों से मुलाकात का कार्यक्रम भी रखा था।
किन इलाकों में होगा काम?
इस योजना के तहत दिलशाद गार्डन और कालकाजी में एक-एक परियोजना पर काम होगा, जबकि शालीमार बाग और पीतमपुरा के झुग्गी क्लस्टर को कवर करने वाली एक अन्य परियोजना को भी प्राथमिकता दी गई है। इन तीनों परियोजनाओं में लगभग 10,000 घरों वाले छह झुग्गी क्लस्टर शामिल हैं।
झुग्गीवासियों को मिलेगा उसी स्थान पर पुनर्वास
डीडीए ने नवंबर 2023 में उपराज्यपाल वीके सक्सेना की अध्यक्षता में हुई बैठक में झुग्गी पुनर्वास नीति में महत्वपूर्ण बदलाव किए थे। नए नियमों के तहत यह सुनिश्चित किया जाएगा कि पुनर्वासित परिवारों को उनकी मौजूदा बस्तियों के करीब ही घर मिलें, जिससे उन्हें अपने रोजगार और मूलभूत सुविधाओं से अलग न होना पड़े।