India News (इंडिया न्यूज),Delhi Women News: दिल्ली में महिलाओं और लड़कियों की सुरक्षा को लेकर एक बड़ी पहल की जा रही है। उत्तर प्रदेश के ‘एंटी रोमियो स्क्वॉड’ की तर्ज पर अब दिल्ली पुलिस भी ‘इव टीजिंग स्क्वॉड’ शुरू करने जा रही है। राजधानी में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों को रोकने के लिए यह कदम उठाया जा रहा है।
जानिए CM रेखा का नया प्लान
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व में सरकार ने सत्ता संभालते ही ताबड़तोड़ फैसले लेने शुरू कर दिए हैं, जिनमें यमुना और नालों की सफाई से लेकर पुलिसिंग व्यवस्था को सशक्त बनाने तक के निर्णय शामिल हैं। महिलाओं की सुरक्षा को लेकर यह नया मास्टर प्लान इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
क्या है इव टीजिंग स्क्वॉड ?
दिल्ली पुलिस का ‘इव टीजिंग स्क्वॉड’ विशेष रूप से महिलाओं और लड़कियों के साथ छेड़छाड़, उत्पीड़न और अभद्र व्यवहार को रोकने के लिए तैयार किया जा रहा है। ये स्क्वॉड सार्वजनिक स्थानों पर गश्त करेंगे और किसी भी तरह की छेड़छाड़ की घटना पर तुरंत कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे। पुरुष और महिला दोनों अधिकारियों से मिलकर बने इन दस्तों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि वे उत्पीड़न की घटनाओं को वास्तविक समय में रोक सकें और अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर सकें।
जानिए इन स्क्वॉड्स का उद्देश्य
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, सार्वजनिक स्थानों पर महिलाओं की सुरक्षा बढ़ाने के लिए जिलों में समर्पित ‘शिष्टाचार’ एंटी-ईव टीजिंग स्क्वॉड बनाए जाएंगे। इन स्क्वॉड्स का उद्देश्य महिलाओं के लिए सुरक्षित वातावरण तैयार करना और अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करना है। इसके तहत स्थायी आदेश संख्या L&O/25/2024 के तहत पहले ही व्यापक निर्देश जारी किए जा चुके हैं। इस आदेश का शीर्षक है, “सार्वजनिक स्थानों पर यौन अपराधों के विरुद्ध कार्रवाई”। प्रत्येक जिले में कम से कम दो स्क्वॉड बनाए जाएंगे, जिनकी निगरानी संबंधित जिले के एसीपी/सीएडब्ल्यू सेल द्वारा की जाएगी। इन दस्तों में प्रशिक्षित कर्मचारी होंगे, जो उत्पीड़न की घटनाओं को रोकने, उन पर प्रतिक्रिया देने और अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित करने का कार्य करेंगे। इसके लिए स्क्वॉड की संरचना, भूमिकाएं, जिम्मेदारियां, परिचालन योजना, निगरानी तंत्र और प्रशिक्षण ढांचे को भी तय किया गया है, ताकि स्क्वॉड की प्रभावशीलता बनी रहे। सरकार का उद्देश्य दिल्ली में महिलाओं के लिए सुरक्षित सार्वजनिक माहौल तैयार करना है, जिससे उनके आत्मविश्वास में वृद्धि हो और वे निर्भय होकर अपने अधिकारों का उपयोग कर सकें। दिल्ली पुलिस का यह कदम न केवल अपराधों को रोकने में मदद करेगा, बल्कि महिलाओं में सुरक्षा का भरोसा भी बढ़ाएगा। रेखा गुप्ता सरकार का यह निर्णय महिलाओं की सुरक्षा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
स्क्वाड में कौन-कौन?
प्रत्येक जिले में कम से कम दो दस्ते बनाए जाएंगे, जिनकी निगरानी संबंधित जिले के एसीपी/सीएडब्ल्यू सेल द्वारा की जाएगी. प्रत्येक दस्ते की संरचना इस प्रकार होगी:
- एक इंस्पेक्टर
- एक सब इंस्पेक्टर उपनिरीक्षक (पुरुष/महिला-प्रत्यक्ष)
- चार महिला पुलिस अधिकारी (कां./एचसी/एएसआई)
- पांच पुरुष पुलिस अधिकारी (कां./एचसी/एएसआई)
- विशेष स्टाफ/एएटीएस से एक पुलिस कार्मिक को, जब भी आवश्यकता हो, तकनीकी सहायता के लिए दस्ते के साथ रखा जाएगा।
- प्रत्येक दस्ते को एक चार पहिया वाहन और पर्याप्त दो पहिया वाहन उपलब्ध कराए जाएंगे।