India News(इंडिया न्यूज़),Delhi Yamuna Cleaning: दिल्ली में यमुना नदी की सफाई को लेकर एक बार फिर सख्ती देखने को मिली है। दिल्ली सरकार में सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण मंत्री प्रवेश साहिब सिंह ने बुधवार को यमुना के विभिन्न घाटों का निरीक्षण किया और सफाई अभियान की हकीकत परखने के बाद बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि पिछले दस वर्षों में सिर्फ कागजों पर काम हुआ, लेकिन अब सरकार इसे पूरी गंभीरता से लेकर चल रही है। उन्होंने इस दौरान यमुना सफाई से जुड़े अपने निरीक्षण का वीडियो भी सोशल मीडिया पर साझा किया।
क्या बोले मंत्री प्रवेश साहिब सिंह ?
मंत्री प्रवेश साहिब सिंह ने बताया कि सिग्नेचर ब्रिज से लेकर आईटीओ छठ घाट और ओखला बैराज तक सफाई अभियान जारी है। सरकार का लक्ष्य यमुना को साफ और अविरल बनाकर उसके मूल स्वरूप में लौटाना है। उन्होंने कहा कि 2023 जैसी भयावह बाढ़ की पुनरावृत्ति रोकना सरकार की प्राथमिकता है। इसके लिए जल निकासी तंत्र को मजबूत किया जा रहा है और नदी में गिरने वाले 22 बड़े नालों को शोधित करने के लिए नए एसटीपी लगाए जा रहे हैं। साथ ही पुराने एसटीपी की क्षमता भी बढ़ाई जाएगी ताकि जल को पूरी तरह से साफ किया जा सके। यह पूरा काम दो साल के भीतर संपन्न करने का लक्ष्य रखा गया है।
नरेंद्र मोदी खुद कर रहें हैं इस अभियान की निगरानी- प्रवेश साहिब
प्रवेश साहिब सिंह ने उद्योगों को लेकर भी सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि यमुना में औद्योगिक कचरा बहाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। यदि कोई लापरवाही बरती गई तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद इस अभियान की निगरानी कर रहे हैं और इसे लेकर रोजाना बैठकें हो रही हैं। प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) भी इस मामले में पूरी गंभीरता दिखा रहा है। मंत्री ने सफाई अभियान में जनता से सहयोग की अपील करते हुए कहा कि केवल सरकार के प्रयासों से यह अभियान सफल नहीं होगा, बल्कि दिल्ली के नागरिकों को भी इसमें भागीदारी निभानी होगी। उन्होंने आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि बीते दस सालों में केवल फाइलों में योजनाएं बनाई गईं, लेकिन धरातल पर कोई ठोस काम नहीं हुआ। उन्होंने बताया कि केवल दस दिनों में 1300 मीट्रिक टन कचरा यमुना से निकाला जा चुका है, जो इस अभियान की तेज रफ्तार को दर्शाता है।
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