India News (इंडिया न्यूज),Dwarka Sector 16 Park Entry Fee: दिल्ली के द्वारका सेक्टर-16 में स्थित डिस्ट्रिक्ट पार्क में अब मुफ्त में सैर-सपाटा नहीं किया जा सकेगा। दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) ने इस पार्क में प्रवेश के लिए शुल्क निर्धारित कर दिया है। 25 फरवरी को डीडीए के उपाध्यक्ष की मंजूरी के बाद जारी सर्कुलर के अनुसार, अब लोगों को पार्क में प्रवेश के लिए मासिक 200 रुपये देने होंगे। वहीं, बुजुर्गों के लिए यह शुल्क 100 रुपये रखा गया है। रोजाना आने वाले लोगों को 20 रुपये देने होंगे, जबकि बुजुर्गों के लिए यह शुल्क 10 रुपये तय किया गया है। विदेशी नागरिकों के लिए यह शुल्क 100 रुपये रखा गया है।
स्थानीय निवासियों में नाराजगी
इस फैसले से स्थानीय निवासियों में भारी नाराजगी देखने को मिल रही है। लोगों का कहना है कि यह पार्क सार्वजनिक स्थान है और यहां प्रवेश के लिए शुल्क लगाना उचित नहीं है। द्वारका पीपल अपार्टमेंट आरडब्ल्यूए की प्रेसिडेंट कोमल भाटिया ने कहा कि यह फैसला गलत है क्योंकि यहां बच्चे खेलने और बुजुर्ग टहलने आते हैं। पार्क के अलावा उनके पास कोई अन्य विकल्प नहीं है। वहीं, द्वारका के निवासी मुकेश ने बताया कि दिल्ली की हवा लंबे समय से प्रदूषित है और लोगों के लिए यह पार्क शुद्ध हवा लेने का एकमात्र स्थान है। अब इस पर भी शुल्क लगने से आम जनता को परेशानी होगी।
पार्क में सुविधाओं के नाम पर शुल्क वसूलने का विरोध
36 एकड़ में फैले इस डिस्ट्रिक्ट पार्क में ओपन जिम, रनिंग ट्रैक और झूले जैसी सुविधाएं हैं, जिससे यह क्षेत्रीय लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र है। कुछ समय पहले यहां पुष्प महोत्सव का आयोजन भी हुआ था, जिससे लोगों में उत्साह बढ़ा था। लेकिन अब अचानक प्रवेश शुल्क लगाए जाने से स्थानीय लोग खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं।
नुकसान रोकने के लिए लिया फैसला
डीडीए अधिकारियों का कहना है कि यह निर्णय उच्च अधिकारियों के निर्देश पर लिया गया है। उनका तर्क है कि पार्क में नुकसान को रोकने और उसकी देखभाल के लिए यह शुल्क अनिवार्य किया गया है। हालांकि, स्थानीय लोग इस तर्क को मानने को तैयार नहीं हैं। उनका कहना है कि पार्क में असामाजिक तत्वों को रोकने और उसकी देखभाल करने के अन्य उपाय किए जाने चाहिए थे, बजाय इसके कि आम जनता पर बोझ डाला जाए।
सर्कुलर जारी, प्रवेश द्वार पर किया गया चस्पा
डीडीए द्वारा जारी सर्कुलर के अनुसार, बिना पास के किसी को भी पार्क में प्रवेश नहीं मिलेगा। प्रवेश शुल्क और नियमों से संबंधित जानकारी पार्क के मुख्य द्वार पर चस्पा कर दी गई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि वे इस फैसले के खिलाफ प्रदर्शन करने की योजना बना रहे हैं और डीडीए से इसे वापस लेने की मांग करेंगे। हालांकि, डीडीए अधिकारियों का रुख अभी तक स्पष्ट नहीं है और वे इसे उच्च स्तर से लिया गया फैसला बताकर पल्ला झाड़ रहे हैं।