India News (इंडिया न्यूज़),Farmers protest today: किसान अपनी मांगों को लेकर लगाचार आंदोलन कर रहे हैं । जहां आज फिर किसानों ने दिल्ली कूच किया। दोपहर 12 बजे के बाद किसानों ने दिल्ली कूच शुरू किया था। इसके बाद से ही हालात बेकार हो चुके हैं। वहीं हरियाणा और पंजाब के शंभू बॉर्डर पर भी फिर एक बार तनाव के हालात बने हुए है। आज फिर 101 किसानों के नेतृत्व में किसान दिल्ली कूच कर रहे हैं।
प्रवेश से रोकने के लिए लगाए बैरिकेड्स
किसानों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए 307वें दिन अपना ‘दिल्ली चलो’ मार्च फिर से शुरू किया, लेकिन पुलिस ने उन्हें राजधानी दिल्ली में प्रवेश से रोकने के लिए बैरिकेड्स लगा दिए। पुलिस की कार्रवाई के कारण विरोध स्थल पर तनाव पैदा हो गया, क्योंकि किसानों ने आगे बढ़ने का प्रयास किया था, लेकिन अधिकारियों ने सुरक्षा की सुविधा दी और दिल्ली में अशांति को नियंत्रित करने की आवश्यकता का हवाला देते हुए उन्हें आगे नहीं बढ़ने दिया।
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19 दिन से आमरण अनशन पर
वहीं बता दें कि, जगजीत सिंह डल्लेवाल खानौरी सीमा पर 19 दिन से आमरण अनशन पर हैं। इस बीच किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और श्रमिक मोर्चा के नारेभू नारे 101 किसानों का एक समूह 14 दिसंबर को शान सीमा से दिल्ली तक पैदल मार्च करने का एक और प्रयास चाहता हूँ।
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शंभू और खनौरी सीमा पर किसानों का डेरा
संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के बैनर तले किसान 13 फरवरी से पंजाब और हरियाणा के बीच शंभू और खनौरी सीमा पर डेरा डाले हुए हैं। सुरक्षा बलों ने उन्हें दिल्ली जाने से रोक दिया था। किसानों के एक समूह ने 6 दिसंबर और 8 दिसंबर को पैदल दिल्ली में प्रवेश करने की कोशिश की। हरियाणा में सुरक्षा कर्मियों ने किसानों को आगे नहीं बढ़ने दिया।
हरियाणा के अधिकारियों द्वारा पिछले दो जिलों में दिल्ली तक पैदल मार्च करने की अनुमति नहीं दी गई, पंढेर ने कहा कि सरकार को सूचित करना चाहिए कि पैदल चल रहे 101 किसान कैसे खतरनाक पैदा हो सकते हैं। पंढेर ने कहा कि किसानों के आंदोलन पर तेजी से पहले सरकार को बातचीत करनी चाहिए।