India News(इंडिया न्यूज़),Home Minister Amit Shah: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में लगातार बढ़ते ट्रैफिक जाम से परेशान जनता की चिंता अब सरकार तक पहुंच गई है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने इस गंभीर समस्या पर सवाल उठाते हुए दिल्ली पुलिस से जवाब मांगा है। उन्होंने नई दिल्ली समेत कई अहम इलाकों में लगने वाले जबरदस्त जाम को लेकर नाराजगी जताई और इसके समाधान की मांग की।
ट्रैफिक जाम की समस्या को लेकर हुई थी बैठक
गृहमंत्रालय में आयोजित उच्चस्तरीय बैठक में मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, दिल्ली पुलिस आयुक्त और अन्य निकाय प्रमुखों की मौजूदगी में अमित शाह ने स्पष्ट रूप से कहा कि ट्रैफिक जाम दिल्ली की बड़ी समस्या बन चुका है। उन्होंने पूछा कि आखिर इसके समाधान के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं। इस पर दिल्ली पुलिस ने सफाई देते हुए कहा कि शहर की सड़कों की सोशल इंजीनियरिंग ठीक नहीं है, जिससे यह समस्या उत्पन्न हो रही है।
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114 स्थानों पर की गई ट्रैफिक जाम की समस्या की समीक्षा
पुलिस आयुक्त दिनेश कुमार के मुताबिक, दिल्ली में 114 स्थानों पर ट्रैफिक जाम की समस्या की समीक्षा की गई। पाया गया कि बस स्टॉप, ट्रैफिक सिग्नल और फुटओवर ब्रिज के पास लगे स्टॉपेज के कारण वहां हर समय भीड़ जमा रहती है। इसके अलावा, कई जगहों पर सड़कों की हालत खराब है, वहीं बिजली के पोल समेत अन्य बाधाएं भी ट्रैफिक की रफ्तार में रुकावट पैदा कर रही हैं। दिल्ली पुलिस ने इस समस्या से निपटने के लिए 90 दिनों की कार्ययोजना तैयार करने की बात कही है। इसके तहत, सड़कों के पुनर्निर्माण, बस स्टॉप और सिग्नलों की सही प्लेसमेंट और अन्य आवश्यक सुधार किए जाएंगे ताकि राजधानी को जाम से मुक्त किया जा सके। हालांकि, सवाल यह है कि क्या वाकई इन उपायों से दिल्ली की जाम की समस्या हल हो पाएगी, या फिर यह सिर्फ कागजी वादों तक ही सीमित रह जाएगा।
जाम की समस्या के लिए जिम्मेदार घटक
- दोषपूर्ण सड़क डिजाइन, बस स्टैंड, आवारा पशु, सेंट्रल वर्ज का न होना।
- गड्ढोंं और अवरोधों आदि के कारण असुरक्षित सड़कें।
- पैदल यात्रियों के लिए रोड क्रॉसिंग सुविधाओं का अभाव।
- पर्याप्त साइनेज का अभाव।
25 बिंदुओं में जोर दिया गया है कार्ययोजना में
- बस शेल्टर व स्टैंडों की जगह बदलना।
- सड़क की मरम्मत व कारपेटिंग।
- रोड मार्किंग, साइनेज व जेब्रा क्रॉसिंग।
- जल निकासी, गड्ढे और पानी का रिसाव की मरम्मत।
- बिजली के खंभे, ट्रांसफार्मर आदि की शिफ्टिंग।
- कूड़ाघरों को हटाना।
- आवारा पशुओं को हटाना।
- सड़कों पर कट को खोलना व बंद करना।
- साप्ताहिक बाजारों का प्रबंधन व स्थानांतरण।
- एमसीडी द्वारा वेंडिंग जोन निर्धारित करना।
- अधिकृत पार्किंग का प्रबंधन और पार्किंग की जगह बदलना।
- अंडरपास-फुट ओवर ब्रिज का उचित इस्तेमाल।
- सेंट्रल वर्ज पर ग्रिल लगवाने की व्यवस्था करना।
- सड़कों व सेंट्रल वर्ज पर धार्मिक ढ़ांचों को हटाना या उनकी जगह बदलना।
- भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में टैक्स वसूलने के लिए नीति बनाना।